Kashmir Target Killing: कृष्ण भट्ट की हत्या के बाद अब ग्रेनेड हमले में दो यूपी श्रमिकों की मौत
आतंकियों ने शोपियां के हरमेन में रह रहे श्रमिकों के कमरे के भीतर ग्रेनेड से हमला किया। इस हमले में कानपुर के दो श्रमिकों की मौत हो गई है।
पुलिस ने हमले में मारे गए श्रमिकों की पुष्टि करते हुए बताया कि उनमें से एक का नाम मुनीश कुमार और दूसरे का नाम राम सागर है।
इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के हाइब्रिड आतंकी इमरान बशीर गनई को गिरफ्तार कर लिया है। वह हरमेन का ही रहने वाला बताया जा रहा है। फिलहाल, उससे पूछताछ जारी है।
पूरे क्षेत्र की घेराबंदी हुई
एडीजीपी कश्मीर जोन विजय कुमार के अनुसार पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर सघन तलाशी अभियान अभी भी जारी है। उन्होंने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी जिसे गिरफ्तार किया गया उसी ने ग्रेनेड फेंका था। पुलिस के अनुसार आगे की जांच और छापेमारी जारी है।
कानपुर व अन्य प्रदेशों के हैं श्रमिक
वारदात रात करीब साढ़े बारह बजे हुई। बताया जा रहा है कि कानपुर व अन्य प्रदेशों के श्रमिक दिनभर दिहाड़ी लगाने के बाद रात को अपने कमरे में सो रहे थे।
तभी आतंकियों ने मौका पाकर ग्रेनेड कमरे के भीतर दागा। इस दौरान हुए जोरदार धमाके में दो श्रमिक बुरी तरह घायल हो गए। हमले के बाद आतंकी मौके से भाग निकले।
स्थानीय लोगों ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया
घटना स्थल पर पहुंची पुलिस व स्थानीय लोगों ने खून से लथपथ घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि मृतकों की पहचान मुनीश कुमार और राम सागर के रूप में हुई है। इससे पूर्व दोनों के नाम मुनीर अहमद और सागर अली बताए जा रहे थे। इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान छेड़ दिया है।
हिंदू कर्मचारियों ने तेज की मांग, जम्मू में करें स्थानांतरित
शोपियां में पूर्ण कृष्ण भट्ट की हत्या के बाद प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत कश्मीर में नौकरी कर रहे कश्मीरी हिंदू कर्मचारियों ने एक बार फिर अपनी सुरक्षा का हवाला लेकर उनका जम्मू में स्थानांतरण करने की मांग को लेकर जारी आंदोलन तेज कर दिया है।
पिछले पांच महीने से जम्मू में धरने पर बैठे इन कर्मचारियों का कहना है कि आतंकी बार-बार टारगेट किलिंग कर रहे हैं, ऐसे माहौल में वह अपने परिवार के साथ कश्मीर में खुद को सुरक्षित नहीं समझते। वहां हमेशा मौत का डर सताता रहता है। इसलिए उनका जम्मू या किसी अन्य सुरक्षित जगह तबादला किया जाए।