इन लोगों को नहीं कटेगा Toll Tax
Haryana Update: सड़के इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती हैं क्योंकि इन्ही सड़को के माध्यम से लोग एक शहर से दूसरे शहर या एक नगर से दूसरे नगर आसानी ने आ जा सकते हैं। जब भी आप सड़क के रास्ते जाते हैं तो रास्ते में आने वाले टोल टैक्स पर जरूर रुकना पड़ता है। टोल टैक्स चुाकने पर ही आगे बढ़ने की इजाजत होती है।
क्या रोड टैक्स और टोल टैक्स एक ही है?
अगर ये सवाल आपके भी मन में आता है तो यह जान लीजिए कि रोड टैक्स और टोल टैक्स दोनों अलग होते हैं। रोड टैक्स RTO द्वारा लिया जाता है जब आप एक ही राज्य में अलग-अलग सड़कों का इस्तेमाल करते हैं। जबकि टोल टैक्स इंटर स्टेट हाईवे का इस्तेमाल करने पर लिया जाता है।
कैसे तय होता है टोल टैक्स का रेट-
टोल टैक्स का रेट कई बातों पर निर्भर करता है। इसमें वाहन की खरीद कीमत, इंजन की क्षमता, लोगों के बैठने की क्षमता इत्यादि शामिल हैं। इसके अलावा हाईवे की जो दूरी लगभग 60 किमी होती है उसके कम या ज्यादा होने पर भी वसूले जाने वाले टोल टैक्स के रेट में बदलाव हो जाता है। इस साल अप्रैल महीने में सरकार ने टोल टैक्स के दामों में इजाफा किया था। इसके अनुसार हल्के वाहनों के टोल टैक्स में 10 रुपये और भारी वाहनों के टोल टैक्स में 65 रुपये बढ़ाए गए थे।
किन 25 लोगों को नहीं देना पड़ता है टोल टैक्स?
टोल टैक्स या टोल वह शुल्क है जो वाहन चालकों को कुछ अंतरराज्यीय एक्सप्रेसवे, सुरंगों, पुलों और अन्य राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को पार करते समय चुकाना पड़ता है। इन सड़कों को टोल रोड कहा जाता है और ये भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के नियंत्रण में हैं।
क्यों लिया जाता है टोल टैक्स-
टोल टैक्स का इस्तेमाल सड़कों के रखरखाव और निर्माण इत्यादि में किया जाता है। इस शुल्क के जरिए सरकार हाईवे और एक्सप्रेसवे निर्माण की योजना बनाती है और उनका रखरखाव करती है।