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1,2 नहीं.. बल्कि 6 types की होती हैं SIP, सेविंग से पहले जरूर जान लें

SIP (Systematic Investment Plan) केवल 1-2 नहीं बल्कि 6 प्रकार की होती है। आज हम आपको बताएंगे हर प्रकार की SIP की खासियत और उनके फायदे। यह जानकारी आपके निवेश की प्लानिंग को बेहतर बना सकती है। सेविंग्स शुरू करने से पहले इनका समझना आपके लिए बहुत जरूरी है। नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।
 
1,2 नहीं.. बल्कि 6 types की होती हैं SIP, सेविंग से पहले जरूर जान लें
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Haryana update : SIP (Systematic Investment Plan) एक ऐसा तरीका है, जिससे आप म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से निवेश कर सकते हैं। यह एक अनुशासित और आसान तरीका है, लेकिन SIP के कई प्रकार होते हैं, जिन्हें आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग और लक्ष्य के अनुसार चुन सकते हैं। आइए, जानते हैं SIP के 6 प्रमुख प्रकार जो आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं।

1. रेगुलर SIP

यह SIP का सबसे सामान्य और लोकप्रिय तरीका है। इसमें निवेशक हर महीने, तिमाही या छमाही आधार पर एक तय राशि निवेश करते हैं। यह निवेश का एक नियमित तरीका है, जहां हर महीने एक निश्चित दिन आपकी राशि बैंक अकाउंट से कट जाती है। लंबी अवधि में यह कंपाउंडिंग का फायदा देता है और दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए आदर्श माना जाता है।

2. टॉप-अप SIP

टॉप-अप SIP में, यदि आपकी आय बढ़ती है, तो आप अपनी SIP राशि को भी बढ़ा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर आपकी सैलरी बढ़ जाती है, तो आप अधिक राशि निवेश कर सकते हैं। यह विकल्प उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो ज्यादा रिटर्न चाहते हैं और लंबी अवधि तक निवेश करने की योजना बना रहे हैं।

3. ट्रिगर SIP

यह SIP बाजार की गतिविधियों से जुड़ी होती है। निवेशक एक ट्रिगर सेट कर सकते हैं, जैसे कि अगर बाजार 5% गिर जाए तो निवेश शुरू हो जाए। इसके लिए आपको बाजार की गहरी समझ होनी चाहिए, क्योंकि यह एक अधिक अनुभवी निवेशकों के लिए उपयुक्त विकल्प है।

4. फ्लेक्सी SIP

फ्लेक्सी SIP में निवेशक अपनी निवेश राशि को बाजार की स्थिति के आधार पर बदल सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर बाजार ऊंचाई पर हो, तो कम राशि निवेश करें, और जब बाजार नीचे हो तो अधिक राशि निवेश करें। यह उन निवेशकों के लिए अच्छा है, जो बाजार के उतार-चढ़ाव को समझते हैं और उसी के अनुसार निवेश करते हैं।

5. इंश्योरेंस SIP

इस प्रकार की SIP में निवेशक म्यूचुअल फंड निवेश के साथ बीमा कवर भी प्राप्त करते हैं। इसमें निवेशक को टर्म इंश्योरेंस मिलता है, जो उनकी SIP की पहली राशि का 10 गुना हो सकता है। यह विकल्प निवेश के साथ-साथ सुरक्षा भी प्रदान करता है, जिससे आपके निवेश की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

6. परपेचुअल SIP

परपेचुअल SIP में निवेश की कोई निश्चित अवधि नहीं होती। आप इसे तब तक जारी रख सकते हैं जब तक चाहें। यह लंबी अवधि के निवेश के लिए आदर्श है और इसका मुख्य लाभ कंपाउंडिंग के अधिकतम लाभ के रूप में मिलता है।
SIP के इन विभिन्न प्रकारों के जरिए आप अपनी आय और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार सही SIP का चयन कर सकते हैं। यह आपको लंबी अवधि के लिए बड़ा अमाउंट जमा करने का अवसर देता है, अगर आप सही तरीके से निवेश करें और समझदारी से योजना बनाएं। SIP को समझकर अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को साकार करें।