बेटी की पढ़ाई और शादी के खर्च की चिंता खत्म, खुलवाएं SSY अकाउंट।

अगर आपके घर में बेटी है और आप उसकी पढ़ाई और शादी के लिए पहले से ही सेविंग्स करना चाहते हैं, तो केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह योजना खासतौर पर बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि इस योजना के तहत खाता कैसे खोला जा सकता है, क्या फायदे मिलते हैं, और किन दस्तावेजों की जरूरत होती है।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) भारत सरकार की एक बचत योजना है, जिसे बेटियों की उच्च शिक्षा और शादी के खर्चों को पूरा करने के लिए शुरू किया गया है। इस योजना के तहत 10 साल से कम उम्र की लड़कियों का खाता खोला जा सकता है। खाता खुलने के बाद इसे 15 साल तक एक्टिव रखना होता है, जबकि मैच्योरिटी 21 साल पर होती है।
कौन खोल सकता है खाता?
चूंकि 10 साल से कम उम्र की लड़कियां ही इस योजना का लाभ ले सकती हैं, इसलिए खाता माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा खोला जाता है। बेटी के नाम पर एक ही खाता खोला जा सकता है। अगर परिवार में दो बेटियां हैं, तो दो खाते खोले जा सकते हैं। अगर जुड़वा या तीन बेटियां एक साथ होती हैं, तो सभी के नाम से खाते खोले जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए एफिडेविट और बर्थ सर्टिफिकेट जमा करना जरूरी होता है।
आवश्यक दस्तावेज:
-
बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र
-
माता-पिता या अभिभावक का पहचान पत्र (आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि)
-
एड्रेस प्रूफ (आधार कार्ड, बिजली बिल, फोन बिल आदि)
-
माता-पिता का पैन कार्ड
खाता कहां खुलवाया जा सकता है?
सुकन्या समृद्धि योजना का खाता देशभर के किसी भी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंकों की शाखाओं में खुलवाया जा सकता है। इस योजना से जुड़ने के लिए 19 बैंकों को अधिकृत किया गया है, जैसे:
-
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
-
बैंक ऑफ बड़ौदा
-
केनरा बैंक
-
एक्सिस बैंक
-
पंजाब नेशनल बैंक
-
इंडियन बैंक
खाता खोलने की प्रक्रिया:
-
संबंधित बैंक या पोस्ट ऑफिस जाकर 'सुकन्या समृद्धि फॉर्म 1' भरें। यह फॉर्म ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से उपलब्ध है।
-
फॉर्म के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
-
खाता खोलते समय कम से कम ₹250 की जमा राशि अनिवार्य है। इसके बाद ₹50 के मल्टीपल में अधिक राशि भी जमा की जा सकती है।
जमा राशि और ब्याज दरें:
-
इस योजना के तहत न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख रुपये प्रति वित्त वर्ष जमा किए जा सकते हैं।
-
वर्तमान में इस योजना पर 8.2% की ब्याज दर मिल रही है, जो कंपाउंड इंटरेस्ट के आधार पर हर साल जुड़ती है।
पैसा कब और कैसे निकाल सकते हैं?
-
पढ़ाई के लिए: 10वीं के बाद हायर एजुकेशन के खर्चों के लिए 50% राशि निकाली जा सकती है।
-
शादी के लिए: बेटी की उम्र 18 साल होने पर शादी के खर्चों के लिए खाता बंद कर पूरा पैसा निकाला जा सकता है।
-
विशेष परिस्थितियों में जैसे गंभीर बीमारी या अभिभावक की मृत्यु पर भी समय से पहले खाता बंद किया जा सकता है।
टैक्स में छूट:
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स में छूट मिलती है। इसके अलावा, खाता मैच्योर होने पर मिलने वाली राशि भी टैक्स-फ्री होती है।
सुकन्या समृद्धि योजना एक सुरक्षित और लाभकारी स्कीम है, जो बेटी के उज्जवल भविष्य के सपनों को पूरा करने में मदद करती है। कम निवेश में बड़े फायदे, टैक्स छूट और सरकार की गारंटी के साथ यह योजना हर परिवार के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।