RBI Rule Change : मुसीबत बन सकता है 1 से ज्यादा लोन लेना, RBI ने बदला Rule
RBI Rule Changed: नियमित रूप से अधिक पर्सनल लोन लेने वाले ग्राहकों के पास अधिक चुनौती हो सकती है। आरबीआई ने अपने नियमों को संशोधित किया है। बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को ऐसे ग्राहकों को 15 दिन के अंदर क्रेडिट ब्यूरो रिकॉर्ड अपडेट करना होगा।
Haryana Update, RBI Rule Changed: नियमित रूप से अधिक पर्सनल लोन लेने वाले ग्राहकों के पास अधिक चुनौती हो सकती है। आरबीआई ने अपने नियमों को संशोधित किया है। अब बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को ऐसे ग्राहकों का क्रेडिट ब्यूरो रिकॉर्ड 15 दिन के भीतर अपडेट करना होगा। पहले यह महीने में होता था। रिजर्व बैंक का कहना है कि इससे कर्ज लेने वालों का जोखिम अधिक सटीक रूप से निर्धारित किया जा सकेगा।
यह होगा असर
विशेषज्ञों का कहना है कि EMI (loan installment) हर महीने अलग-अलग दिनों पर चुकाई जाती है। महीने में एक बार क्रेडिट रिकॉर्ड को अपडेट करने से किस्त चूकने या भुगतान की जानकारी दिखने में चालीस दिन की देरी हो सकती है। इससे क्रेडिट मूल्यांकन धीमा हो जाता है, जो वित्तीय संस्थाओं पर प्रभाव डालता है। यह देरी अब 15 दिन होने से काफी कम हो जाएगी। नियमित अपडेट से कर्ज देने वाली संस्थाओं को डिफॉल्ट की सटीक जानकारी समय पर मिलेगी।
कर्ज के लिए कर्ज पर लगेगी लगाम
फाइनेंस कंपनियों का कहना है कि इस बदलाव से 'ओवरग्रीनिंग' भी कम हो जाएगा। इसमें कर्ज लेने वाले अपना पहले का कर्ज नहीं चुका पाते हैं तो नया कर्ज लेते हैं। उनका कुल कर्ज इससे और बढ़ जाता है। इस कदम से बैंकों और वित्तीय संस्थानों का खतरा बढ़ जाता है, हालांकि यह उधारकर्ताओं को तत्काल राहत देता है। इस तरह, उधारकर्ता कभी पूरी तरह से अपना पुराना कर्ज चुका नहीं पाते और उनका कर्ज बढ़ता रहता है।
अगस्त में जारी हुआ था निर्देश
अगस्त में आरबीआई ने यह आदेश जारी किया था, जिसमें लोन देने वालों और क्रेडिट ब्यूरो को एक जनवरी तक अपना सिस्टम बदलने का समय दिया गया था। विशेषज्ञों का कहना है कि नए उधारकर्ता अक्सर एक साथ कई लोन लेते हैं, जिससे चुकाना मुश्किल हो जाता है। अब बार-बार डेटा अपडेट करने से यह समस्या कम होगी और उधारकर्ताओं का व्यवहार बेहतर ढंग से समझा जा सकेगा।