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PF खाताधारकों को अब इतने साल की नौकरी पर मिलेगी पेंशन

EPF Pension Scheme :पीएफ राशि के अलावा ईपीएफओ द्वारा ईपीएफ खाताधारकों के लिए पेंशन के लिए कई नियम और शर्तें भी तय की गई हैं। यह पेंशन केवल उन्हीं व्यक्तियों को मिलती है, जिन्होंने कुछ खास मानदंडों को पूरा किया हो। इसमें रोजगार की अवधि और अंशदान की अहम भूमिका होती है, जो यह तय करता है कि पेंशन पाने का अधिकार (ईपीएफओ पेंशन नियम) है या नहीं। आइए जानते हैं कितने साल की नौकरी के बाद कोई कर्मचारी पेंशन पाने का हकदार बनता है।

 
EPF Pension Scheme

EPF Pension Scheme (Haryana Update) : ईपीएफओ के पेंशन नियमों के तहत पेंशन की राशि और पेंशन के लिए पात्रता और पेंशन की राशि कई पहलुओं पर निर्भर करती है। पेंशन पाने के लिए एक खास समय तक काम करना जरूरी है और यह सब तय प्रक्रियाओं के तहत होता है। निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए ईपीएफओ की पेंशन योजना को समझना जरूरी है (ईपीएस योजना के लिए आवेदन कैसे करें), यह उन कर्मचारियों के लिए अहम लाभ है, जो लंबे समय तक नियमित रूप से अंशदान करते हैं।

पेंशन योजना कब शुरू हुई-
कर्मचारी पेंशन योजना की शुरुआत 1995 में की गई थी। यह एक ऐसी योजना है, जो कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने में मदद करती है। इसे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) चलाता है और इसके तहत कर्मचारियों को पेंशन (EPFO Pension Rules) का लाभ दिया जाता है. इस योजना का लाभ सिर्फ कर्मचारी को ही नहीं मिलता बल्कि उसके परिवार के सदस्य और नॉमिनी भी इसका लाभ ले सकते हैं. अगर आप इस योजना का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आपको इसकी पात्रता (EPFO Pension Ke Rule) की शर्तों को समझना जरूरी है, ताकि आप सुनिश्चित कर सकें कि आपको इसका लाभ कब मिल सकता है. 

पेंशन पाने के लिए ये है जरूरी- 
EPS पेंशन योजना (EPF Pension Scheme) का लाभ सिर्फ उन्हीं कर्मचारियों को मिलता है जो 10 साल तक नौकरी करते हैं और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में अपना अंशदान समय पर जमा करते हैं. इस योजना के तहत अगर कोई कर्मचारी 50 साल की उम्र पार कर चुका है और उसने तय समय तक अंशदान किया है तो वह बिना किसी परेशानी के पेंशन पाने का हकदार हो जाता है. यह योजना कर्मचारियों के भविष्य के लिए सुरक्षा कवच प्रदान करती है, ताकि वे अपनी नौकरी के बाद आर्थिक रूप से सुरक्षित रहें. 

पेंशन कैलकुलेट करने का तरीका- 
अगर आप EPFO ​​सदस्य हैं और पेंशन कैलकुलेट करना चाहते हैं तो ये प्रक्रिया काफी सीधी है. पेंशन की राशि निर्धारित करने के लिए दो मुख्य बातें महत्वपूर्ण हैं। सबसे पहले यह देखा जाता है कि आपने कितने दिनों तक पेंशन योजना में योगदान दिया है। फिर रिटायरमेंट से 60 महीने पहले आपकी औसत सैलरी को भी ध्यान में रखा जाता है। इन दोनों आधारों पर आपकी पेंशन राशि की गणना की जाती है, जिससे आपको यह जानकारी मिलती है कि रिटायरमेंट के बाद आपको कितनी पेंशन मिलेगी।

इसे आप वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं-
1. सबसे पहले EPFI की आधिकारिक वेबसाइट Epfindia.gov.in पर जाएं और ऑनलाइन सर्विस सेक्शन पर क्लिक करें, जहां आपको कई विकल्प दिखाई देंगे।
2. इसके बाद 'EDLI & Pension Calculator' विकल्प चुनें, जो खास तौर पर पेंशन गणना के लिए बनाया गया है।
3. इस विकल्प को चुनने से पहले कैलकुलेटर का इस्तेमाल अच्छी तरह से समझ लें, ताकि आप जानकारी सही से भर सकें।
4. EDLI और Pension Calculator में पूछी गई सभी जानकारी भरकर पेंशन राशि का पता लगाएं, ताकि आपको अपनी वित्तीय प्लानिंग के लिए सही दिशा मिल सके।

उम्र के हिसाब से ऐसे तय होती है पेंशन- 
अगर कोई ईपीएफ सदस्य पेंशन पाना चाहता है तो उसके लिए कम से कम 10 साल तक ईपीएस में योगदान करना बेहद जरूरी है। अगर किसी व्यक्ति ने 20 साल या उससे ज्यादा समय तक योगदान दिया है तो उसे दो साल का अतिरिक्त बोनस भी मिलेगा। हालांकि, 50 से 58 साल की उम्र के बीच रिटायर होने वाले कर्मचारियों को कम पेंशन मिलेगी, क्योंकि इस उम्र में ब्याज दर 4 फीसदी से भी कम है। वहीं, 58 साल के बाद रिटायर होने पर 60 साल की उम्र तक हर साल पेंशन में 4 फीसदी की बढ़ी हुई दर मिलेगी, जिससे उसे ज्यादा पेंशन मिलेगी।

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