logo

Personal loan News: कम ब्याज पर लेना है पर्सनल लोन तो जान लें ये बातें, लोन अप्लाई करने से पहले देखें ये बात

Personal loan News: पर्सनल लोन की ब्याज दर पर कई कारक प्रभावित होते हैं। इसमें क्रेडिट हिस्ट्री, सिबिल स्कोर आदि शामिल हैं। आइए जानते हैं कि आपके पर्सनल लोन की ब्याज दर निर्धारित होती है।
 
 
personal loan news
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Personal loan News: ज्यादातर लोग अपनी कई तरह की आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए व्यक्तिगत लोन लेते हैं। Personal Loans सभी बैंकों में व्यक्तिगत ब्याज दर पर उपलब्ध हैं। वहीं, ग्राहक इन दरों को बदलते रहते हैं। पर्सनल लोन का ब्याज सामान्य से अधिक हो सकता है, और किसी को सस्ता ब्याज मिल सकता है।

पर्सनल लोन की ब्याज दर पर कई कारक प्रभावित होते हैं। इसमें क्रेडिट हिस्ट्री, सिबिल स्कोर आदि शामिल हैं। आइए जानते हैं कि आपके पर्सनल लोन की ब्याज दर निर्धारित होती है।

सोर्स ऑफ इनकम का प्रभाव

बैंक किसी को लोन देने से पहले उसके वापस चुकाने की क्षमता की जांच करते हैं। इसके लिए पहले आपकी आय की जांच की जाती है। पर्सनल लोन देने का जोखिम बैंक या वित्तीय संस्थान इसी पर निर्धारित करता है। बैंक आपके पर्सनल लोन की ब्याज दर को आपकी मांग की गई राशि और आपकी आय दोनों को देखते हुए निर्धारित करता है।

सिबिल स्कोर भी अहम है

यह आपके द्वारा पहले लिए गए क्रेडिट कार्ड, लोन आदि का विवरण देखकर बनाया जाता है। इससे बैंक आपको लोन के रूप में कितनी रकम दे सकता है। सस्ते लोन मिलने की संभावना आपके सिबिल स्कोर से अधिक होती है। बता दें कि 750 से अधिक सिबिल स्कोर सबसे अच्छा है। इसलिए, आपका अच्छा सिबिल स्कोर बनाए रखना महत्वपूर्ण है।

Latest Update: Haryana Saksham Yojna: एक बार फिर खुला हरियाणा सक्षम योजना का पॉर्टल, बेरोजगार शिक्षित युवा फटाफट करें आवेदन

आरबीआई की रेपो रेट से सभी बैंकों की ब्याज दरें प्रभावित होती हैं, जिससे आपकी लॉयल्टी और अर्थव्यवस्था का हाल प्रभावित होता है। बैंकों की ब्याज दरों पर भी रेपो रेट के बढ़ने या घटने का असर हो सकता है। इससे आपके पर्सनल लोन की ब्याज दर भी प्रभावित होती है। इसके अलावा, अगर आपके पास पहले से कोई लोन चल रहा है, तो आपकी क्षमता भी परीक्षण की जाएगी। लोन देते समय संबंधित बैंक या वित्तीय संस्थान के साथ आपके पहले संबंधों का भी विचार किया जाता है। पर्सनल लोन की ब्याज दर भी देश की अर्थव्यवस्था और बाकी मार्केट घटकों से प्रभावित होती है।