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Personal loan : कम इंटरेस्ट पर पर्सनल लोन चाहिए? तो अपनाएं ये सिंपल स्टेप्स

अगर आप कम इंटरेस्ट रेट पर पर्सनल लोन लेना चाहते हैं, तो इन आसान स्टेप्स को फॉलो करें। जानिए कैसे पा सकते हैं बेहतर डील और कम EMI।

 
Personal loan : कम इंटरेस्ट पर पर्सनल लोन चाहिए? तो अपनाएं ये सिंपल स्टेप्स
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haryana update : पर्सनल लोन आजकल पैसों की कमी को पूरा करने का सबसे तेज़ और सुविधाजनक तरीका बन गया है। चाहे हॉलिडे प्लान करना हो या किसी मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना हो, पर्सनल लोन फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित होता है। पहले जहां लोन के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था, अब डिजिटल युग में पर्सनल लोन पाना चुटकी बजाने जैसा आसान हो गया है। स्मार्टफोन या लैपटॉप के जरिए कुछ आसान स्टेप्स में मिनटों में फंड आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो सकता है।

मनीकंट्रोल जैसी कंपनियां पूरी तरह से डिजिटल पर्सनल लोन सुविधा प्रदान करती हैं, जहां कम से कम डॉक्यूमेंटेशन के साथ पैसा सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है। सिर्फ तीन आसान स्टेप्स में आप लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं: अपनी जानकारी भरें, KYC वेरिफिकेशन पूरा करें और EMI रीपेमेंट प्लान सेट करें।

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पर्सनल लोन के इंटरेस्ट रेट पर असर डालने वाले कारक:

  1. आय स्तर (Income Level): आपकी इनकम आपके पर्सनल लोन की ब्याज दर निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाती है। अधिक इनकम होने पर लेंडर्स को फाइनेंशियल स्टेबिलिटी का भरोसा होता है, जिससे बेहतर शर्तों पर लोन मिल सकता है। लेकिन अगर आपकी इनकम कम है, तो लोन पर ब्याज दर अधिक हो सकती है।

  2. रीपेमेंट हिस्ट्री (Repayment History): आपकी रीपेमेंट हिस्ट्री मजबूत होने पर बैंक का भरोसा बढ़ता है। समय पर किए गए भुगतान आपके फाइनेंशियल व्यवहार को सकारात्मक रूप में दर्शाते हैं। अगर आपकी रीपेमेंट हिस्ट्री खराब है, तो लोन पर इंटरेस्ट रेट अधिक हो सकता है।

  3. क्रेडिट स्कोर (Credit Score): आपका क्रेडिट स्कोर दर्शाता है कि आपने पहले अपने कर्ज का भुगतान कितनी ईमानदारी से किया है। 750 या उससे अधिक का स्कोर अच्छा माना जाता है, जिससे लोन की प्रक्रिया आसान हो जाती है। खराब क्रेडिट स्कोर होने पर लोन की एप्लीकेशन रिजेक्ट भी हो सकती है।

  4. डेट-टू-इनकम रेश्यो (Debt-to-Income Ratio): लेंडर्स आपके डेट-टू-इनकम रेश्यो को भी जांचते हैं, जिससे पता चलता है कि आपकी इनकम का कितना हिस्सा लोन रीपेमेंट में जा रहा है। अगर यह रेश्यो अधिक है, तो लोन अप्रूवल में समस्या आ सकती है।

कम इंटरेस्ट पर पर्सनल लोन कैसे पाएं:

  1. क्रेडिट स्कोर सुधारें: एक बेहतर क्रेडिट स्कोर न केवल लोन अप्रूवल में मदद करता है, बल्कि कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना भी बढ़ाता है।

  2. समय पर रीपेमेंट करें: EMI और क्रेडिट कार्ड के बिल समय पर चुकाने से आपका फाइनेंशियल प्रोफाइल मजबूत होता है।

  3. डेट-टू-इनकम रेश्यो कम करें: अधिक कर्ज चुकाने के बजाय अपने इनकम का सही इस्तेमाल करें।

  4. लोन ऑप्शंस की तुलना करें: विभिन्न लेंडर्स से ब्याज दरों की तुलना करके सबसे अच्छे विकल्प का चयन करें।

कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन मिलने से लंबी अवधि में आपका काफी पैसा बच सकता है। फाइनेंशियल प्रोफाइल को मजबूत बनाकर आप बेहतर शर्तों पर पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं। मनीकंट्रोल जैसी कंपनियां 50 लाख रुपये तक का लोन त्वरित और डिजिटल प्रोसेस के माध्यम से उपलब्ध कराती हैं, जिसमें कोई छिपी हुई फीस नहीं होती और ब्याज दरें 10.5% से शुरू होती हैं।