Onion Rate: किसान परेशान, इस बाजार में 1 रुपये प्रति किलो बेचना पड़ रहा प्याज!
Onion Rate: किसान उत्पादन खर्च भी नहीं निकाल पा रहे हैं क्योंकि मूल्य निर्यात बंदी से इतना कम हो गया है। 21 तारीख को अहमदनगर की राहुरी मंडी में कुछ किसानों ने मजबूरी में सिर्फ 1 रुपये प्रति किलो प्याज बेचा।

Haryana Update: आपको बता दें, की देश की नींव किसान हैं, लेकिन इस राज्य के किसानों को उनका हक नहीं मिल रहा है। प्याज की कीमतों में भारी गिरावट हुई है। इसके कई महत्वपूर्ण कारण हैं। 21 तारीख को अहमदनगर की राहुरी मंडी में बहुत से किसानों ने मजबूरी में सिर्फ एक रुपये प्रति किलो प्याज बेचा। किसानों का कहना है कि (Onion Mandi Bhaav) 15 से 20 रुपये प्रति किलो है।
इसी तरह छत्रपती संभाजीनगर में किसानों ने प्याज को 1.5 रुपये प्रति किलो बेचा (onion price news)। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार निर्यात पर प्रतिबंध नहीं हटा देगी, तब तक उन्हें प्याज का सही मूल्य नहीं मिलेगा।
जानकारी के लिए बता दें कि प्याज की निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के 137 दिन हो चुके हैं। किसान उत्पादन खर्च भी नहीं निकाल पा रहे हैं क्योंकि मूल्य निर्यात बंदी से इतना कम हो गया है। 21 तारीख को अहमदनगर की राहुरी मंडी में कुछ किसानों ने मजबूरी में सिर्फ 1 रुपये प्रति किलो प्याज बेचा. किसानों का दावा है कि 15 से 20 रुपये प्रति किलो प्याज की लागत होती है।
छत्रपती संभाजीनगर में भी किसानों ने प्रति किलो 1.5 रुपये का प्याज बेचा। किसानों को अहमदनगर की ही राहता मंडी में 2 रुपये प्रति किलो का न्यूनतम मूल्य मिला। किसानों को ज्यादातर मंडियों में इसी तरह का दाम मिलता है।
किसानों का कहना है कि जब तक सरकार निर्यात पर प्रतिबंध नहीं हटा देगी, तब तक उन्हें प्याज का सही मूल्य नहीं मिलेगा। अहमदनगर के किसान बाजीराव गागरे का कहना है कि की सरकार ने निर्यात पर प्रतिबंध लगाकर किसानों को खरीफ सीजन में और अब रबी सीजन में भी बहुत नुकसान हुआ है।
प्याज रबी सीजन में स्टोर किया जा सकता है, लेकिन जिन किसानों को अगली फसल के लिए पैसे की बहुत जरूरत है, वे मजबूरी में औने-पौने रेट पर प्याज मंडियों में व्यापारियों को बेच रहे हैं।
कितनी देर तक चलती है प्याज की आवक?
ध्यान दें कि महाराष्ट्र देश का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक है, जो कुल उत्पादन का करीब 43% पैदावार करता है। यही कारण है कि यहां की मंडियों में प्याज की भारी आवक हो रही है। यह साल प्याज का उत्पादन कम होगा, इसलिए किसानों को 30-35 किलो का दाम मिलने की उम्मीद थी, लेकिन निर्यात बंदी से यह पूरी तरह से गिर गया है।
न्यूनतम 1 रुपये प्रति किलो से अधिकतम 15 रुपये प्रति किलो तक की कीमतें बनी हुई हैं। किसानों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में उन लोगों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी जो उनका इतना नुकसान हो रहा है, यानी अनार की कीमत में गिरावट।
जानें किस मंडी में मूल्य है 21 अप्रैल, 2108 को मंडी में क्विंटल प्याज की आवक हुई। न्यूनतम 200 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 1600 रुपये और औसत 1300 रुपये प्रति क्विंटल था।
मात्र 437 क्विंटल प्याज (onion price) पुणे में आवक हुई। इसके बावजूद, न्यूनतम 300 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 1400 रुपये प्रति क्विंटल और औसत 850 रुपये प्रति क्विंटल था।
1134 क्विंटल प्याज की आवक पैठान में हुई। इसके बावजूद, प्रति क्विंटल न्यूनतम मूल्य 150 रुपये था। औसत मूल्य 1000 रुपये प्रति क्विंटल था और सबसे कम मूल्य सिर्फ 1324 था।
13344 क्विंटल प्याज की आवक परनेर मंडी में हुई। इसके बावजूद औसत मूल्य 1150 रुपये प्रति क्विंटल, न्यूनतम 400 रुपये और अधिकतम 1500 रुपये था।