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Onion Price: प्याज निर्यात प्रतिबंध को लेकर सरकार ने किसानों की उम्मीदों को तोड़ा, जानें पूरी खबर

Onion Price: किसानों के इस नुकसान का भुगतान कैसे किया जाएगा? हमने सोचा था कि सरकार 1 अप्रैल 2024 से प्याज की निर्यातबन्दी को खत्म कर देगी। 

 
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Haryana Update: आपको बता दें, की केंद्रीय सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था, जो अभी भी लागू है। इसके चलते किसानों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस साल महाराष्ट्र में प्याज की खेती करने वाले किसान परेशान हैं। इस साल काफी समय बाद अच्छे दाम मिलने की उम्मीद थी, लेकिन सरकार ने निर्यात बन्दी करके किसानों की उम्मीदों को ठुकरा दिया है। 

4 महीने से प्याज का निर्यात नहीं हुआ है, इससे स्थानीय मंडियों में आवक बढ़ी है। प्याज की अधिक आवक से मूल्य घट गया है। इस बात से किसान बहुत परेशान हैं। किसानों का दावा है कि निर्यातबन्दी ने प्याज की कीमतों को 60 प्रतिशत से अधिक गिरा दिया है। सरकार इस घाटे की भरपाई करे या चुनाव में परिणामों का सामना करने को तैयार रहे।

अहमदनगर के किसान बाजीराव गागरे ने बताया कि किसान इस समय मंडियों में 1000 से 1500 रुपये प्रति क्विंटल प्याज बेच रहे हैं। लेकिन निर्यात प्रतिबंध न होता तो आज कीमत 40 रुपये प्रति किलो होती। क्योंकि इस साल प्याज का उत्पादन कम है किसानों के इस नुकसान का भुगतान कैसे किया जाएगा? हमने सोचा था कि सरकार 1 अप्रैल 2024 से प्याज की निर्यातबन्दी को खत्म कर देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ; इसके बजाय, सरकार ने प्याज की निर्यातबन्दी को अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया। इसलिए भविष्य का कोई संकेत नहीं है।

कैसे किसानों की आय दोगुनी होगी?
महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत दिघोले ने कहा कि सरकार हमें बताए कि क्या प्याज की खेती करने वाले किसान देश के नागरिक नहीं हैं। किसानों पर लगातार दबाव डालने का कारण क्या है? यदि किसान 20 रुपये प्रति किलो खर्च करते हैं तो क्या उन्हें 30 रुपये प्रति किलो मिलना चाहिए? हम कभी नहीं कहते कि एक किलो प्याज सौ रुपये है। हम सिर्फ यह चाहते हैं कि हमें हमारे खर्च से अधिक कीमत दी जाए। दिघोले का कहना है कि सरकार ने किसानों को डबल आय देने का वादा किया था। क्या किसानों की आय डबल होगी अगर कृषि उपज की कीमतें कम होंगी?

जानें किस मंडी में मूल्य क्या है      
10 अप्रैल को अकलुज मंडी में 225 क्विंटल प्याज की आवक हुई। न्यूनतम 300 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 1600 रुपये और औसत 1000 रुपये प्रति क्विंटल था।
7518 क्विंटल प्याज मुंबई मंडी में आवक हुई। यहां न्यूनतम 1100 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 1600 रुपये और औसत 1350 रुपये प्रति क्विंटल था।
6490 अप्रैल को पुणे मंडी में 500 क्विंटल प्याज की आवक हुई। न्यूनतम 1500 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 2000 रुपये और औसत 1000 रुपये प्रति क्विंटल था।
Karand Mandi में 75 क्विंटल प्याज की आवक हुई। न्यूनतम 500 रुपये प्रति क्विंटल, अधिकतम 1700 रुपये और औसत 1700 रुपये प्रति क्विंटल था।