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किसानों के लिए गुड न्यूज: किसान क्रेडिट कार्ड पर अब 5 लाख तक का फायदा।

किसानों के लिए खुशखबरी! किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) पर अब 5 लाख रुपये तक का लाभ मिल सकता है। इस योजना के तहत किसानों को खेती के लिए सस्ती ब्याज दर पर लोन मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक जरूरतें आसानी से पूरी हो सकेंगी। जानें, कैसे इस योजना का फायदा उठाएं, आवेदन की प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेजों की जानकारी। पूरी डिटेल के लिए नीचे पढ़ें।

 
किसानों के लिए गुड न्यूज: किसान क्रेडिट कार्ड पर अब 5 लाख तक का फायदा।
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Haryana update : किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना के तहत उधारी की सीमा बढ़ाने की योजना है। सूत्रों के अनुसार, 2025-26 के बजट में किसान क्रेडिट कार्ड पर मौजूदा 3 लाख रुपये की उधारी सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये किया जा सकता है। यह कदम किसानों को बढ़ती लागत से निपटने में मदद करने और कृषि क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है।

KCC योजना की प्रमुख विशेषताएँ:

  • उधारी की सीमा: वर्तमान में 3 लाख रुपये की सीमा, जो अब बढ़ाकर 5 लाख रुपये हो सकती है।
  • ब्याज दर: किसानों को 9% ब्याज दर पर अल्पकालिक फसल ऋण मिलता है, जिसमें सरकार 2% की छूट देती है और समय से भुगतान करने पर 3% अतिरिक्त छूट मिलती है, जिससे किसानों को कुल 4% ब्याज दर पर ऋण मिलता है।
  • लाभार्थी: योजना का लाभ खेती और उससे जुड़ी गतिविधियों में लगे छोटे और बड़े दोनों प्रकार के किसानों को मिलता है।
  • सक्रिय क्रेडिट कार्ड खाते: 30 जून, 2023 तक 7.4 करोड़ से अधिक सक्रिय KCC खातों पर 8.9 लाख करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था।

KCC योजना में सुधार के उद्देश्य:

  1. उधारी सीमा बढ़ाना: कृषि लागत में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, KCC की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने की योजना है। इससे कृषि क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और कृषि आय में सुधार होगा।
  2. छोटे और बड़े किसानों को समर्थन: सरकार न केवल बड़े किसानों, बल्कि छोटे जोत वाले किसानों और पशुपालन तथा मत्स्यपालन में लगे किसानों को भी ऋण उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।
  3. पशुपालन और मत्स्यपालन को शामिल करना: नाबार्ड ने पशुपालन और मत्स्यपालन को KCC योजना में शामिल करने के लिए बैंक और वित्तीय संस्थानों के साथ अभियान चलाने की योजना बनाई है।

अधिकारियों की राय:

  • विशाल शर्मा (CEO, एडवारिस्क): उन्होंने कहा कि इस उधारी सीमा बढ़ोतरी से कृषि क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और कृषि आय में वृद्धि होगी, जिससे बैंकिंग प्रणाली का जोखिम भी कम होगा।
  • शाजी केवी (चेयरमैन, नाबार्ड): उन्होंने कहा कि KCC का उद्देश्य बड़ी और छोटी जोत दोनों प्रकार के किसानों को लाभ देना है, साथ ही पशुपालन और मत्स्यपालन जैसे क्षेत्रों को भी इसमें शामिल करना है।

निष्कर्ष:

यह कदम किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करने और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। उधारी की सीमा बढ़ाने से न केवल किसानों की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, बल्कि कृषि उत्पादकता और आय में भी सुधार होगा, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।