आज से इस राज्य मे शराब की किमतों में हुई बढ़ोत्तरी

Haryana Update: छत्तीसगढ़ में चालू वित्तीय वर्ष के लिए आबकारी विभाग को 11 हजार करोड़ रुपये राजस्व संग्रहण का लक्ष्य दिया गया है. सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने से संबंधित दुर्व्यवहार के मामलों में वृद्धि को देखते हुए, राज्य फिर से अहाता प्रणाली शुरू करेगा, जिसके लिए निविदाएं पहले ही जारी की जा चुकी हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा दरें करीब सात साल पहले भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान अहाता के लिए तय दरों से पांच गुना ज्यादा हैं। वहीं, देसी शराब सिंडिकेट को खत्म करने की दिशा में कदम उठाते हुए पांच से 10 नए आपूर्तिकर्ताओं को अनुबंधित किया गया है। इससे देशी शराब की दुकानों में दो की जगह पांच से 10 नए ब्रांड भी मिलेंगे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में 35 फीसदी से ज्यादा आबादी शराब पीती है. राज्य सरकार नई आबकारी नीति से सरकारी राजस्व बढ़ाने की कोशिश कर रही है.