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Business News: भारत में बढ़ जाएगी प्रति व्यक्ति आय, 7 गुना हर भारतीय, 14 लाख होगी आय, जानिए कैसे होगा ऐसा

Business News: 2023 में यह दो लाख रुपये, यानी 2,500 डॉलर था। एसबीआई अध्ययन के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 2047 तक विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2028 तक भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का दावा किया है।
 
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Business News: 2047 में भारत की प्रति व्यक्ति आय आज के मुकाबले 7.5 गुना बढ़ जाएगी। SBI Research के इकनॉमिस्ट्स ने एक शोध में यह दावा किया है। एसबीआई रिसर्च ने इनकम टैक्स रिटर्न आंकड़ों के आधार पर अनुमान लगाया है कि भारत की सालाना प्रति व्यक्ति आय 2047 तक 14.9 लाख रुपये, यानी 12,400 डॉलर तक पहुंच जाएगी। 2023 में यह दो लाख रुपये, यानी 2,500 डॉलर था। एसबीआई अध्ययन के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 2047 तक विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2028 तक भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का दावा किया है।

एसबीआई की रिसर्च के अनुसार

टैक्स देने वालों की भारित औसत आय 2022 में 13 लाख रुपये से बढ़कर 47 में 49.9 लाख रुपये हो जाएगी, जो भारत को लोअर इनकम ग्रुप से हाई इनकम ग्रुप इकोनॉमी में बदल देगा। 2047 तक आयकर देने वाले लोगों की संख्या में भी भारी इजाफा होगा। 2014 में 21 लाख लोग आईटीआर भर चुके थे। 2023 में यह आंकड़ा साढ़े आठ करोड़ हो गया है। 2047 तक यह 48.2 करोड़ होने की उम्मीद है।

मध्यम वर्ग की आय में भारी वृद्धि

एसबीआई के ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर सौम्य कांति घोष ने कहा कि मध्यम वर्ग की आय में निरंतर वृद्धि होगी। मध्यवर्ग आशावादी है। गिग इकोनॉमी का हिस्सेदारी भी बढ़ेगी। 2047 तक भारत की जनसंख्या भी बढ़ जाएगी। 2023 में 140 करोड़ से 2047 में 160 करोड़ हो जाएगा।

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आबादी बढ़ने के साथ ही रोजगार भी बढ़ेगा। 2023 में भारत के वर्कफोर्स 53 करोड़ थे, जो 2047 तक 72.7 करोड़ हो जाएंगे। टैक्सेबल वर्कफोर्स की हिस्सेदारी 23वें वित्त वर्ष में 22.4% थी, जो 2047 तक 85.3% हो जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2047 तक जीरो टैक्स रिटर्न दाखिल करने वाले लोगों की संख्या भी 25% कम हो जाएगी।