logo

भारत का पहला AI टूल 'हनुमान' हुआ लॉन्च, Free में ऐसे कीजिये यूज

भारत ने अपना पहला AI टूल 'Hanooman' लॉन्च कर दिया है। आइए जानते हैं इसके बारे मे सबकुछ।

 
hanooman ai

नई दिल्ली. 3AI होल्डिंग लिमिटेड और Seetha Mahalaxmi Healthcare (SML) इंडिया की ओर से भारत का पहला स्वदेशी AI आधारित जेनरेटिव AI टूल (Hanooman) 'हनुमान' लॉन्च कर दिया है। इस मल्टीलिंगुअल AI टूल को बीते दिनों को बीते 21 फरवरी को मुंबई के एक इवेंट में शोकेस किया गया था। आपको बता दें, यह भारत का पहला देसी जेनरेटिव AI प्लेटफॉर्म है, जो 98 ग्लोबल भाषाओं को सपोर्ट करता है, जिनमें 12 भारतीय भाषाएं भी शामिल हैं।

AI प्लेटफॉर्म ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X पर अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट करके इस प्लेटफॉर्म के लॉन्च की जानकारी दी। अगर इसके फीचर्स की बात करें तो यह करीब 98 भाषाएं समझ सकता है और उनमें बात कर सकता है। इसके अलावा हनुमान अलग-अलग तरह का कंटेंट क्रिएट कर सकता है। इसकी मदद से कविताओं से लेकर कोड और स्क्रिप्ट तक लिखे जा सकते हैं।

मिले ढेर सारे टेक्स्ट आधारित फीचर्स
दूसरे जेनरेटिव AI टूल्स की तरह ही हनुमान भी आपके सवालों का जवाब दे सकता है, आपके साथ बातचीत कर सकता है और आपकी रिक्वेस्ट के हिसाब से प्रतिक्रिया दे सकता है। साथ ही हनुमान कोड लिख सकता है, कई भाषाओं का अनुवाद कर सकता है, और कई तरह के टेक्निकल काम भी कर सकता है। फिलहाल यह अल्फा मोड में रिलीज हुआ है, इसलिए परफेक्ट नहीं है।

FREE में ऐसे ऐक्सेस कर सकते हैं टूल
हनुमान अभी सभी यूजर्स के लिए एकदम FREE है। हालांकि, कंपनी आने वाले दिनों में एक प्रीमियम वर्जन लॉन्च करने की योजना बना रही है जिसमें मेंबरशिप फीस का भुगतान करना होगा। कंपनी इसे वेब क्लाइंट के अलावा एंड्रॉयड ऐप की शक्ल में लॉन्च किया है। यूजर्स अपना अकाउंट बनाने के बाद इससे टेक्स्ट आधारित कन्वर्सेशंस कर सकते हैं और इसका इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं।

breaking news: RBI New Update: आरबीआई का नया अपडेट! अब लागू किया नया नियम

20 करोड़ यूजर्स तक पहुंचने का लक्ष्य
हनुमान का लक्ष्य एक साल के अंदर करीब 20 करोड़ यूजर्स तक पहुंचना है। इसके साथ कंपनी की कोशिश भारत में जेनरेटिव AI का फ्रेमवर्क तैयार करना चाहती है और देश में AI को बढ़ावा देना चाहती है। आपको बता दें कि हनुमान को HP, NASSCOM और Yotta जैसी बड़ी टेक कंपनियों का समर्थन प्राप्त है। इसका इस्तेमाल शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य सेवा और कस्टम सपोर्ट जैसे क्षेत्रों में किया जा सकता है।

click here to join our whatsapp group