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राम मंदिर बनने से अयोध्‍या में रोजगार के अवसरों में हुई वृद्धि, इन इंजीनियर्स की बढ़ी डिमांड

Ayodhya  राम मंदिर— कुल पदों में से लगभग 22 प्रतिशत इंजीनियरिंग से जुड़े होंगे। आने वाले समय में निर्माण कार्यों में बहुत बढ़ोत्तरी होगी। जो रोजगार पैदा करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
 
Increase in employment opportunities in Yodhya
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Haryana update: Ramamandir Pran Pratishtha: रामलला अयोध्या के सुंदर राम मंदिर में विराजमान हैं। रामलला मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच अपने विशाल गर्भगृह में विराजे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा शुभ मुहूर्त में की। भगवान राम के अपनी नगरी में आने से अयोध्या में धन और नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। स्टाफिंग कंपनियों का कहना है कि निर्माण गतिविधियों में यहां अब 15 प्रतिशत की वृद्धि होगी। इससे इंजीनियरिंग की मांग में भारी वृद्धि होगी।

इंजीनियरों में भी सिविल इंजीनियरों की सबसे अधिक मांग होगी। अयोध् या में मुख्य रूप से शॉपिंग हब, होटल और रेस्तरां होंगे। इसलिए, सिविल इंजीनियरों, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों और कुशल पायलटों के साथ-साथ मैनेजर्स, एक्जीक्यूशन एमेनिटी इंजीनियर्स, साइट सुपरवाइजर्स और साइट इंजीनियरों के लिए बहुत सारी नौकरियां हैं।

स्टाफिंग फर्म सीआईईएल एचआर (CIEL HR), मिलेंगी खूब जॉब मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 22 प्रतिशत नौकरियां इंजीनियरिंग से संबंधित होंगी। सीआईईएल एचआर के निदेशक और मुख्यपरिचालन अधिकारी संतोष नायर ने कहा कि अयोध्या में कला गैलरी, प्रदर्शन स्थल, म्युजियम और हेरीटेज पार्क भी बनाए जा सकते हैं। इससे आर्किटेक्ट्स, डिजाइनरों और निर्माण मजदूरों को नौकरी मिलेगी।

सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की मांग बढ़ी
Genius Consultants के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक RP Yadav ने कहा कि विशेष रूप से सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की मांग बढ़ेगी। यहां एक सुंदर होटल बनेगा। इन्हें बनाने में सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की बहुत कमी होगी। इंजीनियरों की मांग 10-15 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।

टीमलीज सर्विसेज (TeamLease Services) के वीपी बालासुब्रमण्यम ए ने कहा कि भविष्य में और अधिक परिवर्तन होने की उम्मीद है। इससे पर्यटन और बुनियादी ढांचे की वृद्धि से 30,000 से 50,000 नौकरियां पैदा हो सकती हैं। बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए नए व्यवसाय खुल रहे हैं, इसलिए रिटेल क्षेत्र भी बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही स्थानीय कला, निर्माण और कला क्षेत्रों में भी काम मिलेगा। साथ ही, वर्कइंडिया (WorkIndia) के को-फाउंडर और सीईओ नीलेश डूंगरवाल का अनुमान है कि अगले एक साल में अयोध्या में कला और सांस्कृतिक क्षेत्र में 30,000 नौकरियां पैदा होंगी

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