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लोन नहीं चुकाया तो गारंटर को चुकानी होगी पूरी रकम! जानिए नियम

loan guarantor rules in loan default :इमरजेंसी में लोन लेना आम बात है, लेकिन अगर आप किसी के लोन गारंटर बन जाते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा करना आपके लिए मुसीबत को न्योता हो सकता है। आपको बता दें कि अगर आप जिस लोन गारंटर (loan guarantor banne ke nuksan) के लिए लोन गारंटर बन रहे हैं, वह लोन चुकाने में असफल हो जाता है तो ऐसी स्थिति में गारंटर को लोन की पूरी रकम चुकानी पड़ सकती है। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में।
 
loan guarantor rules in loan default

Haryana Update, loan guarantor rules in loan default : इमरजेंसी में लोन लेना आम बात है, लेकिन अगर आप किसी के लोन गारंटर बन जाते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा करना आपके लिए मुसीबत को न्योता हो सकता है। आपको बता दें कि अगर आप जिस लोन गारंटर (loan guarantor banne ke nuksan) के लिए लोन गारंटर बन रहे हैं, वह लोन चुकाने में असफल हो जाता है तो ऐसी स्थिति में गारंटर को लोन की पूरी रकम चुकानी पड़ सकती है। इससे बचने के लिए भी कई नियम हैं, जिन्हें जानकर आप बड़ी मुसीबत से बच सकते हैं, आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में। घर और गाड़ी खरीदने के सपने को पूरा करने के लिए लोग कड़ी मेहनत करते हैं और लोन का सहारा भी लेते हैं। आमतौर पर ज़्यादातर लोग अपना लोन समय पर चुका देते हैं, लेकिन कुछ लोग किसी कारणवश या जानबूझकर लोन नहीं चुका पाते। ऐसी स्थिति से बचने के लिए बैंक लोन गारंटर की मांग करते हैं। यानी लोन देते समय कई स्थितियों में बैंक लोन धारक के अलावा किसी दूसरे व्यक्ति को लोन का गारंटर बना देते हैं। अगर लोन लेने वाला व्यक्ति लोन की रकम समय पर नहीं चुका पाता है, तो बैंक गारंटर से सारा पैसा वसूल कर लेता है।

इससे सिबिल स्कोर पर भी बुरा असर पड़ता है-
अगर लोन डिफॉल्ट हो जाता है, तो लोन धारक को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और इसका सिबिल स्कोर पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है। अगर आप सिक्योर्ड लोन लेते हैं और उस लोन को चुकाने में असफल हो जाते हैं, तो ऐसी स्थिति में बैंक आपकी गिरवी रखी गई संपत्ति जब्त कर लेता है। इससे आपको भविष्य में दूसरा लोन मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। 

गारंटर को चुकाना पड़ सकता है सारा पैसा -
जब कोई व्यक्ति लोन चुकाने में विफल रहता है, तो बैंक सबसे पहले उसे नोटिस भेजकर बकाया राशि चुकाने के लिए कहता है। अगर फिर भी भुगतान नहीं होता है, तो बैंक उस व्यक्ति के गारंटर से संपर्क करता है। लोन देते समय गारंटर के साथ एक समझौता होता है (लोन डिफॉल्ट), जिसके तहत गारंटर उधारकर्ता की ओर से लोन चुकाने की जिम्मेदारी लेता है। इसलिए अगर उधारकर्ता भुगतान नहीं करता है, तो गारंटर भी लोन चुकाने के लिए उत्तरदायी होता है।

गारंटर बनने से पहले यह बात सुनिश्चित कर लें-
गारंटर बनने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप उस व्यक्ति को अच्छी तरह से जानते हैं। साथ ही उसकी वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करें और देखें कि क्या उसने पहले कभी लोन डिफॉल्ट किया है (लोन गारंटर नियम)। इसके अलावा, यह सलाह दी जाती है कि वह व्यक्ति लोन इंश्योरेंस कवर खरीद ले, ताकि भविष्य में अगर कोई अनचाही स्थिति पैदा होती है, तो आपको जिम्मेदार न होना पड़े। यह कदम आपको और उस व्यक्ति दोनों को सुरक्षा प्रदान करेगा।

 

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