Home Loan की EMI पड़ेगी सस्ती, जानिए ये अहम बातें
Home Loan : अगर आप भी अपने होम लोन की ईएमआई कम करना चाहते हैं या आप चाहते हैं कि जब भी आप होम लोन ले उसकी EMI कम हो तो यह खबर आपके लिए बहुत काम आएगी आज हम आपको बताएंगे होम लोन से जुड़ी कुछ खास बातें जो आपकी बहुत ज्यादा काम आने वाली है

Haryana Update : home loan लेना आसान है, लेकिन उसे समय पर चुकाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. अधिकतर लोग मूलधन के साथ Byaz चुकाने में कठिनाई महसूस करते हैं. जब Loan चुकाने में असमर्थ होते हैं, तो वे बैंकों के लिए Defaulter बन जाते हैं, जिसका परिणामस्वरूप उनका CIBIL Score खराब हो जाता है.
एक खराब CIBIL Score भविष्य में किसी अन्य Loan को प्राप्त करना मुश्किल बना देता है. इसलिए, home loan लेना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है. सही योजना, समय पर किस्तों का भुगतान और बजट प्रबंधन इस प्रक्रिया को सरल बना सकता है.
Byaz दर
home loan लेते समय Byaz दर का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि यह आपकी EMI को निर्धारित करती है और लंबे समय तक आपके लिए महत्वपूर्ण रहती है. सही Byaz दर से EMI आपकी क्षमता के अनुसार होगी और Loan का भुगतान आसान होगा.
Loan की अवधि का रखें ध्यान
यह आपको तय करना है कि कितने साल में Loan का पूरा पैसा चुका देंगे. जाहिर सी बात है कि कम साल के लिए Loan लेंगे तो EMI ज्यादा होगी. ज्यादा साल के लिए Loan लेंगे तो EMI कम होगी. लेकिन लंबे साल की अवधि का अर्थ है ज्यादा ब्याज. यह आपकी जेब पर भारी पड़ेगा. अब आपको तय करना है कि ज्यादा Byaz देना है या ज्यादा EMI देकर जल्द Karz से मुक्त होना है
-कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें
Loan दौड़ते हुए या जल्दी में भागते हुए कभी नहीं लेते. यानी कि Loan लेने से पहले एक बार ठंडे दिमाग से सोचना होता है. उससे पहले घर में कैलकुलेटर लेकर बैठना होता है और EMI का हिसाब लगाना होता है. हालांकि आजकल हर बैंक का ऑनलाइन कैलकुलेटर आता है जिसकी मदद से आप EMI जान लेंगे. बाकी का खर्च देखकर अपने EMI का हिसाब लगा लें और Loan ले लें.
-home loan पर प्रोसेसिंग फी देख लें
home loan पर बैंक प्रोसेसिंग फी लेते हैं. यह तकरीबन आधा % से 1 % तक होता है. कोई बैंक माफ भी कर देता है जैसा अभी एसबीआई जीरो प्रोसेसिंग फी पर home loan दे रहा है. Loan लेने से पहले आपको तय करना होगा कि प्रोसेसिंग फी आपकी जेब को नुकसान न पहुंचाए. इस फी के बारे में हिसाब लगाने के बाद ही Loan के लिए हां कहें.
-हिडेन कॉस्ट भी देख लें
Loan में कई तरह के हिडेन कॉस्ट होते हैं जो पहले नहीं बताए जाते. बाद में जब पता चलता है तब तक देर हो चुकी रहती है. इसमें आपको लीगल फीस, टेक्निकल वैल्यूएशन चार्जेज, फ्रेंकिंग फी, डॉक्यूमेंटेशन फी, एडजुडिकेशन फी, नोटरी फी, Loan प्रीपेमेंट फी, स्वीच फी आदि शामिल हो सकते हैं. ये फी आपको भारी पड़ सकते हैं.
-CIBIL Score अच्छा रखें
Loan की दुनिया में वही बादशाह है जिसका CIBIL Score अच्छा है. CIBIL Score माने जो आप Karz लेते हैं, उसे कितनी फूर्ती के साथ लौटाते हैं. बिना किसी देरी किए और डिफॉल्ट किए Loan लौटाने पर ही CIBIL Score सुधरता है. अगर CIBIL Score 750 के ऊपर हो तो इसे अच्छा माना जाता है. इस आधार पर जल्द Loan मिलता है. CIBIL Score कम हो तो भी Loan मिलता है लेकिन दिक्कत आती है.
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-वित्तीय स्थिति ठीक रखें
Loan प्राप्त करने के लिए वित्तीय स्थिति मजबूत होना आवश्यक है. Bank Loan देने से पहले आपकी वित्तीय स्थिति का विश्लेषण करता है. आप जो दस्तावेज और संपत्ति बैंक में जमा करते हैं, उनका मूल्यांकन किया जाता है. केवल जब आपकी वित्तीय स्थिति संतोषजनक होती है, तब ही Loan की राशि तय की जाती है. यह प्रक्रिया Loan की सुरक्षा सुनिश्चित करती है.
-कागजात संभाल कर रखें
Loan लेने के लिए अपने कागजात को जरूर संभाल कर रखें. इसमें Income statement, Salary स्लिप , फॉर्म 16, बैंक statement, ताजा आईटी रिटर्न, एज प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, फोटो पहचान पत्र, Property के कागजात साथ रखें. इससे Loan जल्द मिलने में सुविधा होगी.
जज्बात की बजाय दिमाग से काम करें
जब भी कभी आपको Loan लेना हो तो भावना में न बहें बल्कि दिमाग से काम लें. ऐसा नहीं होना चाहिए कि भावना में बहते हुए Loan उठा लें. बाद में पता चले कि Loan की जरूरत नहीं थी या Loan लौटाने में सक्षम नहीं है. ऐसे में सारे प्लान पर पानी फिर जाएगा और आप Karz के जाल में फंस सकते हैं.
टर्म और कंडीशन को जरूर पड़ें
Loan लेने से पहले 'शर्तें लागू' कॉलम को ध्यान से पढ़ें. बैंक के टर्म एंड कंडीशन आपकी अपेक्षाओं से मेल नहीं खा सकते, जिससे आप वित्तीय मुश्किलों में फंस सकते हैं. Loan लेते समय भूल सुधार का कोई विकल्प नहीं होता. इसलिए, सभी नियम और शर्तें पहले से समझ लेना बेहतर है, ताकि बाद में कोई परेशानी न आए.