एजुकेशन वॉलिंटियर्स को मिलेगी 10,000 मिलेगी सैलरी, जानिए कैसे
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने एजुकेशन वॉलंटियर्स के मानदेय में बढ़ोतरी की घोषणा की है, जिससे इन वॉलंटियर्स को अब पहले से अधिक आर्थिक सहायता मिलेगी। बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इस उद्देश्य से सरकार ने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के जरिए अस्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की योजना बनाई है। यह कदम शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और स्कूलों में अध्यापन कार्य को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
Haryana Update : एक से ड्रॉपआउट छात्रों की पहचान की जिम्मेवारी एजुकेशन वॉलिंटियर्स को मिली. अब ड्रॉपआउट छात्रों की पहचान और उनकी शिक्षा की जिम्मेदारी शिक्षक नहीं, बल्कि एजुकेशन वॉलिंटियर्स को दी जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गई, इस नई पहल में वॉलिंटियर्स आगामी 1 जनवरी से स्कूल छोड़ चुके बच्चों की पहचान करेंगे।
यही नहीं ये वॉलिंटियर उन्हें दोबारा शिक्षा से जोड़ेंगे। इस पहल का उद्देश्य शिक्षा से वंचित बच्चों को वापस स्कूल में लाना है। 1 जनवरी से 15 जनवरी तक छुट्टियों के दौरान एजुकेशन वालंटियर स्कूलों से बाहर जाने वाले बच्चों की पहचान करेंगे। इस अभियान के तहत, पहले बच्चों की पहचान स्कूल स्तर पर की जाएगी, फिर क्लस्टर, ब्लॉक और जिला स्तर पर रिपोर्ट तैयार होगी।
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हर माह मिलेगी 10 हजार सैलेरी
इस योजना के तहत एजुकेशन वॉलिंटियर्स को प्रत्येक माह 10,000 का मानदेय दिया जाएगा, इसके अलावा उन्हें ट्रांसपोर्टेशन, इंटरनेट सुविधा, और बच्चों के लिए स्टेशनरी व शिक्षण सामग्री पर खर्च की राशि भी प्रदान की जाएगी। एक जनवरी से अभियान चलाया जाएगा, जिसमें स्कूल स्तर पर एक से 8 जनवरी, कलस्टर स्तर पर 9 से 12, ब्लॉक स्तर पर 13 से 15 और जिला स्तर पर 16 से 17 जनवरी को रिपोर्ट तैयार होगी। इस सर्वे में जिन छात्रों की उम्र 7 साल तक है और अभी तक वह स्कूल नहीं गए हैं उनका सीधा अप्रैल माह में दाखिला करवा दिया जाएगा। इस योजना के तहत स्कूलों में बड़ी संख्या में राशि में खर्च होगी।