IPO का धमाका: 18 साल पुरानी कंपनी से निवेशकों को मिलेगी बड़ी खुशखबरी!
एक 18 साल पुरानी कंपनी ने अपने IPO (Initial Public Offering) से निवेशकों को बड़ी खुशखबरी देने का ऐलान किया है। इस कंपनी का आईपीओ बाजार में धमाल मचाने की तैयारी में है, और निवेशकों के लिए यह एक बेहतरीन मौका हो सकता है। जानिए इस आईपीओ के बारे में पूरी जानकारी, निवेश की प्रक्रिया, और इससे आपको कैसे फायदा हो सकता है।
एंथम बायोसाइंसेज आईपीओ की प्रमुख बातें:
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फार्मा और बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश का मौका: एंथम बायोसाइंसेज फार्मा और बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र में उन्नत तकनीकों और रिसर्च के लिए जानी जाती है। यदि आप इस क्षेत्र में लंबी अवधि के लाभ की उम्मीद रखते हैं, तो यह आईपीओ एक बेहतरीन मौका हो सकता है। कंपनी की रिसर्च और उत्पादन क्षमता, खासकर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार, इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाती है।
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फ्रेश इश्यू का अभाव: इस आईपीओ में फ्रेश इश्यू शामिल नहीं होगा। इसका मतलब है कि आईपीओ से मिलने वाली आय कंपनी को नहीं, बल्कि प्रमोटर्स, गणेश संबासिवम और के. रवींद्र चंद्रप्पा को जाएगी। यह ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत होगा, यानी प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेचने का निर्णय ले रहे हैं। इस कारण से इस आईपीओ के जरिए कंपनी को कोई नई पूंजी नहीं मिलेगी।
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कंपनी का इतिहास: एंथम बायोसाइंसेज 2006 में स्थापित हुई थी और इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। कंपनी के सीईओ और संस्थापक अजय भारद्वाज हैं, जो पहले बायोकॉन में कार्यरत थे। एंथम बायोसाइंसेज का मुकाबला सिंजीन इंटरनेशनल, डिवीज लैबोरेटरीज, और साई लाइफ साइंसेज जैसी बड़ी कंपनियों से होगा।
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साल 2025 के आईपीओ बाजार की उम्मीदें: 2024 में आईपीओ बाजार काफी सफल रहा, और विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 में भी आईपीओ बाजार सकारात्मक रहेगा। कई बड़ी कंपनियों के आईपीओ लाने की योजना है, और इससे बाजार में हलचल देखने को मिल सकती है।
एंथम बायोसाइंसेज का आईपीओ उन निवेशकों के लिए एक दिलचस्प अवसर हो सकता है जो फार्मा और बायोटेक सेक्टर में निवेश करने का विचार कर रहे हैं। हालांकि, यह ध्यान में रखना जरूरी है कि इस आईपीओ के जरिए कोई नई पूंजी कंपनी को नहीं मिल रही है, बल्कि प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं।