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Weekly Vrat: गंगा सप्तमी से लेकर मोहिनी एकादशी व्रत, इस हफ्ते रहेंगे ये व्रत त्योहार

इस सप्ताह कई महत्वपूर्ण व्रत त्योहार भी पड़ने वाले हैं, जैसे गंगा सप्तमी व्रत, सीता नवमी व्रत और मोहिनी एकादशी व्रत।
 
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Weekly Vrat Tyohar: मई का सप्ताह व्रत त्योहारों के लिहाज से बहुत शुभ है। वर्तमान सप्ताह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से शुरू होता है, जिसमें चंदन षष्ठी व्रत किया जाता है, जो भगवान बलराम की जयंती है। इस सप्ताह कई महत्वपूर्ण व्रत त्योहार भी पड़ने वाले हैं, जैसे गंगा सप्तमी व्रत, सीता नवमी व्रत और मोहिनी एकादशी व्रत। सूर्य और शुक्र इस सप्ताह वृषभ राशि में गोचर करेंगे। आइए जानें इस सप्ताह मई में होने वाले प्रमुख व्रत त्योहारों के बारे में..।

इस हफ्ते के व्रत और त्योहार (13th to 19th May Weekly Vrat Tyohar)

13 मई, सोमवार: चंदन षष्ठी व्रत

चंदन षष्ठी वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाएगी। इस व्रत को करने से परिवार में सुख, शांति और समृद्धि मिलती है, ऐसी मान्यता है। बंगाल में इस व्रत को अधिक महत्व देते हैं। इस दिन सूर्य और चाँद को पूजा जाता है। इस दिन भगवान बलराम की जयंती भी मनाई जाती है। शेषनाग को भगवान बलराम का अवतार माना जाता है।

14 मई, मंगलवार को गंगा सप्तमी व्रत

गंगा सप्तमी वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन देवी गंगा ने धरती पर पुनर्जन्म लिया था। इस दिन गंगा का पूजन-अर्चना करना और स्नान करना बहुत शुभ है। साथ ही रिद्धि-सिद्धि प्राप्त होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। सूर्य इस दिन वृषभ राशि में 9.39 बजे प्रवेश करेगा।

सीता नवमी (गुरुवार, 16 मई)

सीता नवमी वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। पौराणिक कथाओं में माता सीता ने इसी दिन प्रकट हुई थीं। इसलिए इसे सीता नवमी, जानकी नवमी और सीता जन्मोत्सव कहते हैं। सीता नवमी पर भगवान राम और माता सीता की पूजा करने से 16 बड़े वरदान मिलते हैं। साथ ही माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और धन की कमी दूर होती है।

(19 मई, रविवार) में मोहिनी एकादशी व्रत

मोहिनी एकादशी वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी है। माना जाता है कि यह दिन सभी पापों को हरेगा। इस दिन जो व्रत करता है, उसका प्रभाव मनुष्य को मोह से छुटकारा दिलाता है। साथ ही सुख में समृद्धि और जीवन के सभी दुःखों से छुटकारा मिलता है। इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी का रुप लेकर अपने भक्तों को बचाया।