Weather Update: देश के इन 12 राज्यों में होगी धासूं बारिश, कुछ जगहों पर निकलेगी तेज धूप
Weather Update: पश्चिमी क्षेत्रों में समय से पहले मॉनसून के आने के बाद उसकी गति कम हो गई है। मुंबई तय समय से लगभग दो दिन पहले पहुंच गया हैं।
Haryana Update: आपकी जानकारी के लिए बता दें, की भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले तीन दिनों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में बढ़ेगा। मौसम एजेंसी ने कहा कि बारह राज्यों (पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम) में भारी बारिश हो सकती है। साथ ही उत्तर भारत के कई राज्यों में गर्मी का प्रकोप जारी है। IMD ने बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के लिये रेड अलर्ट जारी किया है। लू की चेतावनी भी उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में दी गई है।
IMD ने कहा कि 13 जून से 17 जून तक उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू से लेकर भारी लू होने की संभावना है। 13 और 14 तारीख को पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के गंगा के मैदानी क्षेत्रों में लू चलने की संभावना है। अगले पांच दिनों में उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। अगले दो दिनों में उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, उत्तर-पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और ओडिशा में लू चलने की संभावना है।
अगले पांच दिनों में मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 40 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और हल्की बारिश होगी, मौसम विभाग ने बताया। India Meteorological Department (IMD) ने बताया कि 1 जून को सीजन शुरू होने से भारत में सामान्य से 1 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
इन राज्यों में बारिश होने का अनुमान
IMD ने कहा कि अगले पांच दिनों में मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक और तेलंगाना में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से भारी बारिश हो सकती है। 16 से 13 जून के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है।
इन राज्यों में लू रहेगी: मौसम अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और ओडिशा जैसे उत्तरी और पूर्वी राज्यों में चार-पांच दिनों तक हीटवेव रहने की संभावना है। नाम न छापने वाले अधिकारी ने कहा कि मौसम मॉडल गर्मी से जल्द राहत नहीं दिखा रहे हैं। मैदानी क्षेत्रों का तापमान मॉनसून की देरी से प्रभावित होगा।
मॉनसून पहुंचने में देरी
समाचार एजेंसी से बात करते हुए मौसम विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि पश्चिमी क्षेत्रों में समय से पहले मॉनसून के आने के बाद उसकी गति कम हो गई है। मुंबई तय समय से लगभग दो दिन पहले पहुंच गया, लेकिन मध्य और उत्तरी राज्यों में मॉनसून पहुंचने में देरी हो सकती है। उत्तरी राज्यों में अधिकतम तापमान 42–46 डिग्री सेल्सियस (108–115 डिग्री फारेनहाइट) है। जो सामान्य से लगभग 3 से 5 डिग्री सेल्सियस (या 5 से 9 डिग्री फारेनहाइट) अधिक है।