UP News : यूपी के स्कूलो में अब लगेगी ऑनलाइन हाजिरी, जानें ये 7 नए बदलाव
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों में शिक्षक और विद्यार्थी दोनों के लिए नए नियम लागू हो गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, आपको बता दें कि सात जिलों में स्कूलों के ये नियम लागू हो गए हैं, और नए नियमों के खिलाफ विरोध भी शुरू हो गया है।
यूपी सरकारी स्कूलों में सोमवार से एक ऑनलाइन सिस्टम शुरू हो गया है जो शिक्षकों और विद्यार्थियों की हाजिरी दर्ज करता है। हाल ही में सात जिलों में इसे लागू किया गया है, और इसके साथ ही इन जिलों में नए कानून का विरोध शुरू हो गया है। इसके खिलाफ उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ अभियान चला रहा है।
शिक्षकों का कहना है कि अभिभावकों ने भी इस अभियान में भाग लिया और इस क्रिया को वापस लेने की मांग की। अगले दो दिनों में मतदान अभियान चलेगा। इसके बाद आंदोलन की योजना बनाई जाएगी। उधर, स्कूल शिक्षा महानिदेशालय ने शिक्षकों को चेतावनी दी है कि अगर वे नई व्यवस्था नहीं पालते तो कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ, हरदोई, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, श्रावस्ती, उन्नाव और रायबरेली में फिलहाल यह व्यवस्था लागू है। इन सात जिलों के सभी स्कूलों में जियो फेसिंग की व्यवस्था की गई है। नई व्यवस्था के तहत, विद्यार्थी विशवविद्यालय के परिसर से ही अपनी हाजिरी दर्ज कर सकते हैं।
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महानिदेशालय ने चेतावनी दी: स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने शिक्षकों से नई व्यवस्था को लेकर अपील की है। उन् होंने नई आदतों को लागू करने में शिक्षकों से मदद मांगी है। महानिदेशक ने बताया कि यह कार्य छात्रों के हित में है। इससे शिक्षकों और विद्यार्थियों की हाजिरी का पता चलेगा। भविष्य में नई योजनाओं को सही ढंग से लागू करने के लिए रियल टाइम डाटा की आवश्यकता होगी। उन् होंने बताया कि महानिदेशालय जल्द ही ऑनलाइन हाजिरी बुलेटिन भी बनाएगा। उन् होंने कहा कि इसका विरोध करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जा सकती है।
तीन दिन का मतदान अभियान—
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि हाजिरी की नई व्यवस्था के खिलाफ तीन दिन का मतदान अभियान चलाया जा रहा है। ब्लाक संसाधन केंद्रों पर तीन दिनों तक मत संग्रह अभियान चलेगा। उन् होंने बताया कि अभियान के पहले दिन सीतापुर में 5,662 शिक्षकों, लखनऊ में 2,903 शिक्षकों, लखीमपुर खीरी में 5010 शिक्षकों और हरदोई में 2,859 शिक्षकों ने नई व्यवस्था का विरोध किया है।