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Tree Farming: इन पेड़ों की खेती से किसानों को अच्छी कमाई मिलेगी

Tree farming in india : बाजार की मांग को देखते हुए, हमेशा उपयोग में लाई जाने वाली चीजों की खेती करने वाले किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। अब पेड़ों की खेती सबसे अच्छा विकल्प है। कई पेड़ों की लकड़ी बहुत महंगी है। कृषि वानिकी (Agro Forestry) का उपयोग करके किसान फसल उगा सकते हैं। इससे दोगुना लाभ मिलता है।  आइए जानते हैं वे पेड़ क्या हैं।

 
Tree Farming: इन पेड़ों की खेती से किसानों को अच्छी कमाई मिलेगी

Haryana Update: आज के समय में किसानों को परंपरागत फसलों की बजाय पेड़ों की खेती लाभदायक है। इन पेड़ों की लकड़ी व छाल बहुत कुछ बनाने में काम आती है। कई पेड़ों की लकड़ी बहुत महंगी है। इनकी लकड़ी की डिमांड हर समय बनी रहने के कारण अच्छे भाव मिलते हैं।

किसान इससे करोड़पति बनते हैं। Pedho Ki Kheti नामक पेड़ों को उगाकर आप भी धन कमा सकते हैं। विशेष बात यह है कि किसान इन पेड़ों के बीच खाली जगह में और भी खेती कर सकते हैं। इन पेड़ों को जानें।

गम्हार के पेड़ की खेती


गम्हार के पेड़ की खेती कम समय में किसानों को लाभ दे सकती है। इस पेड़े का विकास बहुत जल्दी होता है। इसकी लकड़ियों से लंबे समय तक खराब नहीं होने वाले फर्नीचर भी बनाए जाते हैं। एक एकड़ में लगभग पाँच सौ गम्हार के पौधे लगाए जाते हैं। इससे आप 25 से 30 वर्षों में लगभग एक करोड़ रुपये कमाई कर सकते हैं। 


काला शीशम का पेड़


काला शीशम की लकड़ी बहुत मूल्यवान होती है। कई कार्यों में इसका उपयोग होता है। यह ४० से ५० फीट का होता है और हल्के लाल रंग का होता है। चंदन की लकड़ी (kala Sheesham Ki Keemat) की तुलना में इसकी लकड़ी महंगी हो सकती है, जैसा कि डिमांड बताती है। इसका उपयोग फर्नीचर, खेलों के उपकरण, प्लाइवुड, गिटार, राइफल बट और अन्य वाद्य यंत्र में किया जाता है। एक घन फुट लकड़ी की मार्केट में कीमत लगभग पांच से छह हजार रुपये होती है।

सफेदे का वृक्ष


 बकौल कैलाश सफेदे की लकड़ी (Use of Eucalyptus Wood) पेटियां, ईंधन, हार्ड बोर्ड, फर्नीचर और पार्टिकल बोर्ड बनाने में प्रयोग की जाती है। यह पेड़ केवल पांच साल में पूरी तरह से विकसित हो जाता है, फिर इसे काटा जा सकता है। खास बात यह है कि पेड़ लगभग चार सौ किलो लकड़ी निकालता है। Eucalyptus Ki Keemat 6 से 7 रुपये प्रति किलोग्राम बाजार में मिलता है। इस पेड़ की लकड़ी की खासियत यह है कि एक हेक्टेयर में तीन हजार पेड़ लग सकते हैं, जिससे आप आसानी से आठ सौ लाख रुपये तक कमा सकते हैं। 

महोगनी का वृक्ष


दुनिया में सबसे महंगे पेड़ों में महोगनी का पेड़ शामिल है। जहाज, गहने, फर्नीचर, प्लाईवुड, सजावट और मूर्तियां बनाने में इसकी लकड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है। यह पेड़ औषधीय भी है। इसके अलावा, इस पेड़ की पत्तियों को रक्तचाप, अस्थमा, सर्दी, मधुमेह और कैंसर के इलाज में भी प्रयोग किया जाता है। यह लकड़ी प्रति क्यूबिक फीट 2000 से 2200 रुपये में मिलती है। Mahogany Ki Kheti करके किसान आसानी से 50 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।

करमा का वृक्ष


Karma Ped Ki Kheti की लकड़ी बहुत महंगी है। रोपने के बाद कुछ वर्ष बाद एक पेड़ लाखों रुपये का मालिक बन जाता है। 100 पेड़ सीधे एक करोड़ की कमाई देंगे। इसकी लकड़ियों को सिंदुरदानी बनाने में बहुत उपयोग किया जाता है।


सखुआ का वृक्ष


 सखुआ का वृक्ष बहुत फायदेमंद है। इसकी लकड़ियां बहुत मजबूत और कठोर हैं। इनका जीवनकाल काफी लंबा है। Sakhua Ka Ped Kaise Lgyen: इससे दरवाजे, खिड़की और अन्य फर्नीचर बनाए जाते हैं। इसके पत्ते भी बहुत कुछ बनाते हैं। सरई से श्वास, एनीमिया, डायबिटीज, त्वचा, अल्सर और घाव की औषधि बनाई जाती है। 80 फीट की लंबाई है। भारत में इस पेड़ की लकड़ी की बड़ी मांग है। इसलिए किसान इससे अच्छी कमाई करते हैं।


Sagwan Ki Kheti
Sagwan Ki Kheti, या सागवान के पेड़ की लकड़ी, अन्य पेड़ों की तरह बहुत कीमती है। इस पेड़ की लकड़ी से निर्मित फर्नीचर कम से कम 200 वर्षों तक आसानी से चलेगा। खास बात यह है कि यह पेड़ जल्द ही बड़ा हो जाता है और बेचने योग्य हो जाता है। इससे किसान कम समय में अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसकी बाजार कीमत चार से पांच हजार प्रति घन फुट है।


चिलबिल का वृक्ष


 Chilbil Ki Kheti पेड़ में कई लाभ हैं। 100 रुपये भी इसके पौधे को खरीद सकते हैं। इसे नर्सरी में बनाकर खेत में लगाया जा सकता है। कुछ वर्ष बाद, एक पेड़ की कीमत एक से डेढ़ लाख रुपए तक हो सकती है। Centralization इसकी लकड़ियों का उपयोग करता है। इसकी लकड़ी बहुत अच्छी है। 80 फीट की लंबाई है।खास बात यह है कि यह एक औषधीय पेड़ भी है, जिसके छाल और पत्ते कई तरह की दवाएं बनाने में प्रयोग किए जाते हैं।
 

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