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बिल्ट-अप और सुपर बिल्ट-अप एरिया में होता है ये अंतर

अगर आप भी फ्लैट खरीदने जा रहे हैं तो आपको यह बातें जरूर पता होनी चाहिए कि बिल टॉप और सुपर बिल्ट अप एरिया क्या होता है आइए आपको बताते हैं डिटेल में
 
बिल्ट-अप और सुपर बिल्ट-अप एरिया में होता है ये अंतर

Haryana Update : Property में इन्वेस्ट तेजी से बढ़ता जा रहा है. Investment के लिए लोग Flat में पैसा लगा रहे हैं. Flat की कीमत स्क्वायर Feet पर तय होती है, तो ऐसे में ग्राहक को घर खरीदने जाने से पहले ये पता होना चाहिए कि वो किसके लिए भुगतान कर रहे हैं. उस जगह की नपाई किस आधार पर की जा रही है. आज हम आपको Flat के Area यानी उसके साइज को लेकर पूरी डिटेल देने जा रहे हैं, जो आपको भविष्य में अपना Flat लेने में काफी मदद करेगी.

जब आप कोई Flat खरीदने जा रहे होते हैं तो बिल्डर आपके सामने Built-up Area, सुपर Area और कॉर्पेट Area जैसे शब्दों का जिक्र करता है. अधिकांश लोग इन शब्दों के बीच वाले अंतर को नहीं समझते हैं. खरीदार कई बार Flat में लिखे सुपर Area को अपने Flat का साइज मानकर Flat की Booking कर देते हैं. जबकि असल Flat इससे काफी Low होता है. इसलिए जरूरी है आपको इसकी पूरी जानकारी हो.


क्या होता है Carpet Area

बता दें कि कोई भी बना बनाया घर 3 तरह से नापा जाता है- Carpet Area, बिल्ड अप Area और Super Built-up Area. सबसे ज्‍यादा जरूरी है Carpet Area को समझना, क्‍योंकि रहने के लिए Flat के इसी हिस्‍से का इस्‍तेमाल किया जाता है. ये Flat निर्माण का वास्‍तविक Area होता है. Carpet Area Flat के अंदर का खाली स्थान होता है. ये बिल्‍ट अप Area का 70 % होता है. लिविंग डायनिंग रूम, बेडरूम, बाथरूम, स्‍टडी Room और किचन आदि का निर्माण Carpet Area में ही किया जाता है. दीवार की मोटाई, बालकनी, छत वगैरह को इस हिस्‍से में शामिल नि किया जाता. लेकिन अगर छत की सीढियां घर के अंदर ही बनी हुई हैं, तो वो Carpet Area में शामिल होती हैं.

बिल्ट अप Area

Carpet Area से जिन चीजों को बाहर कर दिया जाता है, वे सभी बिल्‍ट अप Area में आती हैं. यानी बालकनी, छत, दीवारों की मोटाई, कॉरिडोर वगैरह बिल्‍ट अप Area में शामिल होती है. सामान्य तौर पर ये Carpet Area से 10 से 15 % ज्यादा होता है. बिल्ट अप Area कैलकुलेट करने के लिए इसमें Carpet Area और दीवारों की ओर से कवर किया गया क्षेत्र जोड़ लें.

सुपर Built-up Area

सुपर Area में छत, बालकनी, दीवार से घिरी जगह के अलावा खरीदार की ओर से शेयर की जाने वाली जगह जैसे लिफ्ट और सीढ़ी को भी सुपर Area में शामिल किया जाता है. कुछ सोसाइटी में खरीदार को सुपर Area के तहत क्‍लब हाउस, पूल और बगीचे की सुविधा भी दी जाती है.

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