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Haryana: हरियाणा में नई ट्रांसफर नीति के खिलाफ शिक्षकों का प्रदर्शन, Court जाने को है तैयार

Haryana: हरियाणा से बड़ी खबर सामने आ रही है, मिली जानकारी के अनुसार नारनौल में शिक्षकों ने नई तबादला नीति का विरोध शुरू कर दिया है। सरकार ने यह शिक्षा नीति वर्ष 2023 में बनाई थी, जिसे मार्च 2025 से लागू किया जाएगा।
 
रियाणा में नई ट्रांसफर नीति के खिलाफ शिक्षकों का प्रदर्शन
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Haryana Update : हरियाणा से बड़ी खबर सामने आ रही है, मिली जानकारी के अनुसार नारनौल में शिक्षकों ने नई तबादला नीति का विरोध शुरू कर दिया है। सरकार ने यह शिक्षा नीति वर्ष 2023 में बनाई थी, जिसे मार्च 2025 से लागू किया जाएगा। जानकारी के अनुसार शिक्षकों का कहना है कि इस नीति में बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम देने वाले और पुरस्कृत शिक्षकों को सरकार की तरफ से झटका लगा है। वहीं, कपल केस वाले पुरुष शिक्षकों को फायदा होगा। मिली जानकारी के अनुसार शिक्षकों का कहना है कि इस नई नीति से शिक्षकों में काफी भेदभाव पैदा होगा। 

इसलिए सरकार को यह नीति वापस लेनी चाहिए। साथ ही कुछ शिक्षक इसके खिलाफ कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार ने स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों के तबादलों की नई नीति में बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम देने वाले और पुरस्कृत शिक्षकों को झटका दिया है। नई नीति में उन्हें पहले दिए जाने वाले पांच अंक हटा दिए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार इसके विपरीत सरकार युगल मामले वाले पुरुष अध्यापकों पर मेहरबान हुई है और जहां पहले केवल महिलाओं को युगल मामले में पांच अंक दिए जाते थे। वहीं अब युगल मामले में पुरुषों को भी पांच अंक दिए गए हैं। 

शिक्षकों को होगा झटका- 
मिली जानकारी के अनुसार शिक्षक एवं प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट के प्रधान संजय शर्मा ने कहा कि बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम देने वाले अध्यापकों को अब बेहतर परिणाम का कोई लाभ नहीं मिलेगा। जानकारी के अनुसार इसके लिए तबादला नीति में अध्यापकों को दिए जाने वाले पांच अंक वापस ले लिए गए हैं। अब यह अंक केवल प्रिंसिपल, हेडमास्टर को ही दिए जाएंगे। इससे अध्यापकों में रोष है। उनका कहना है कि बेहतर बोर्ड परीक्षा परिणाम लाने में अध्यापकों का भी योगदान होता है। इसलिए उन्हें इसके लिए अंक मिलने चाहिए। 

विजेताओं को झटका- 
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार विजेता डॉ. जितेंद्र भारद्वाज ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय व राज्य सरकार द्वारा पुरस्कृत अध्यापकों को भी झटका दिया है। नीति में उन्हें पहले दिए जाने वाले पांच अंक वापस ले लिए गए हैं। इससे उन्हें दूरदराज के स्कूलों में तबादला भी मिल जाएगा। इस संबंध में शिक्षक पवन कुमार का कहना है कि अगर हमारी पत्नी निजी स्कूल में शिक्षिका है तो इसमें हमारा क्या दोष है कि हमारे जूनियर शिक्षकों को सिर्फ इसलिए तबादले में सीनियर बना दिया जाएगा क्योंकि उनकी पत्नी सरकारी शिक्षिका है। जानकारी के अनुसार बिना कपल केस वाले पुरुष शिक्षकों को नई नीति में नुकसान होगा, उन्हें अपने गृह जिलों से दूर जाना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि कपल केस के लिए पुरुषों को पांच अंक देना गलत है। 

पूर्व मंत्री को भी दिया ज्ञापन- 
मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि शिक्षक तबादला नीति में सुधार की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में जिले के शिक्षकों ने विधायक व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव को ज्ञापन भी दिया है।