बुजुर्गों की भी होगी मौज! सिर्फ वेतन ही नहीं बल्कि पेंशनर्स को भी मिलेगा फायदा
Pension in 8th Pay Commission : सरकार ने 8वें वेतन आयोग को मंजूरी दे दी है और कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी के साथ ही रिटायरमेंट के बाद पेंशन में भी बढ़ोतरी होगी। क्या आप जानते हैं 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद पेंशन में कितनी बढ़ोतरी होगी।

th Pay Commission in pension (Haryana Update) : मोदी सरकार ने करीब 1.25 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को नए साल का सबसे बड़ा तोहफा देते हुए 8वें वेतन आयोग को मंजूरी दे दी है। मौजूदा 7वें वेतन आयोग का कार्यकाल जनवरी 2026 में पूरा होगा और उसके तुरंत बाद 8वां वेतन आयोग लागू हो जाएगा। नए वेतन आयोग का फायदा कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशनभोगियों को भी मिलेगा। 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद रिटायर होने वाले कर्मचारियों की पेंशन में भी काफी बढ़ोतरी होगी।
कर्मचारियों की सैलरी हो या रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन, सभी का निर्धारण फिटमेंट फैक्टर के बाद ही होता है। सरकार जब भी वेतन आयोग लागू करती है तो फिटमेंट फैक्टर भी लागू करती है, जो बताता है कि कर्मचारियों की सैलरी में असल में कितनी बढ़ोतरी होगी। यही फिटमेंट फैक्टर यह भी तय करता है कि रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी।
7वें वेतन आयोग में न्यूनतम पेंशन में कितनी बढ़ोतरी हुई-
जब 7वां वेतन लागू होने वाला था, तब कर्मचारियों ने मांग की थी कि फिटमेंट फैक्टर 3.68 हो और इसी आधार पर वेतन में संशोधन किया जाए। हालांकि, सरकार ने इस मांग को नहीं माना और 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लागू किया। यही वजह रही कि 7वें वेतन आयोग में न्यूनतम मूल वेतन 7 हजार रुपये से बढ़कर 18 हजार रुपये हो गया। वेतन की तरह पेंशन में भी बढ़ोतरी हुई, जो 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद 3,500 रुपये से बढ़कर न्यूनतम 9 हजार रुपये हो गई।
कितना हुआ अधिकतम वेतन और पेंशन-
7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में 2.57 गुना बढ़ोतरी हुई। इस लिहाज से अधिकतम मूल वेतन भी बढ़कर 2.5 लाख रुपये हो गया। यह बढ़ोतरी 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लागू करने के बाद की गई। इस लिहाज से 7वें वेतन आयोग में अधिकतम पेंशन भी 1.25 लाख रुपये कर दी गई है।
8वें वेतन आयोग में कितनी बढ़ेगी पेंशन-
कर्मचारी संगठनों ने इस बार फिटमेंट फैक्टर के लिए 2.86 फीसदी की मांग की है, लेकिन माना जा रहा है कि 1.92 फिटमेंट पर विचार किया जाएगा. अगर सरकार इस फिटमेंट को लागू करती है तो न्यूनतम सैलरी 18 हजार रुपये से बढ़कर 34,560 रुपये हो सकती है. इसी तरह पेंशन भी 9 हजार रुपये बढ़कर 17,280 रुपये हो जाएगी. लेकिन, अगर 2.86 का फिटमेंट फैक्टर लागू होता है तो कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 18 हजार रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये हो जाएगी. इसी तरह अगर पेंशन में भी यही फिटमेंट फैक्टर लागू होता है तो यह 9 हजार रुपये से बढ़कर 25,740 रुपये हो जाएगी.