जवानों के कई भत्तो में हुआ इजाफा
Haryana Update: सीईए भत्ता अब 2812.50 रुपये प्रति माह (33750 वार्षिक) मिलेगा। दिव्यांग चाइल्ड के लिए पहले 4500 रुपये प्रति माह (54000 रुपये वार्षिक) मिलते थे, अब इस राशि को बढ़ाकर 2650 रुपये प्रति माह (67500 रुपये वार्षिक) प्रदान किए जाएंगे। हॉस्टल सब्सिडी पहले 6700 रुपये प्रति माह (81000 रुपये वार्षिक) मिलती थी, उसमें अब 25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।
आईटीबीपी के विभिन्न भत्तों में हुई ये बढ़ोतरी
आईटीबीपी में भी विभिन्न भत्तों में बढ़ोतरी की गई है। एचआरए, पहले एक्स श्रेणी वाले शहरों में बेसिक सेलरी का 27 फीसदी, वाई में 18 और जेड में 9 फीसदी के हिसाब से मिलता था। अब एक्स श्रेणी वाले शहरों में बेसिक सेलरी का 30 फीसदी, वाई में 20 और जेड में 10 फीसदी के हिसाब से मिलेगा। चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंस 'सीईए' के लिए मौजूदा राशि 2250 रुपये प्रति माह (27000 रुपये वार्षिक) थी। अब सीईए भत्ता 2812.50 रुपये प्रति माह (33750 वार्षिक) मिलेगा। दिव्यांग चाइल्ड के लिए पहले 4500 रुपये प्रति माह (54000 रुपये वार्षिक) मिलते थे, अब इस राशि को बढ़ाकर 2650 रुपये प्रति माह (67500 रुपये वार्षिक) प्रदान किए जाएंगे। होस्टल सब्सिडी पहले 6700 रुपये प्रति माह (81000 रुपये वार्षिक) मिलती थी, उसमें अब 25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। अब यह भत्ता 8437.50 रुपये प्रति माह (101250 रुपये वार्षिक) कर दिया गया है। ड्रेस अलाउंस, जो पहले 20000 रुपये प्रति वर्ष (राजपत्रित अधिकारी) मिलता था, अब वह भत्ता 25000 रुपये हो गया है। गैर राजपत्रित अधिकारियों को पहले ड्रेस भत्ते के तौर पर 10000 रुपये मिलते थे, अब 12500 रुपये प्रतिवर्ष मिलेंगे।
काउंटर इंसर्जेंसी ऑप्स भत्ते में हुई वृद्धि
होस्टल सब्सिडी, पहले 6700 रुपये प्रति माह (81000 रुपये वार्षिक) थी, अब यह भत्ता 8437.50 रुपये प्रति माह (101250 रुपये वार्षिक) कर दिया गया है। रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस/अत्यधिक सक्रिय क्षेत्र भत्ता और फील्ड एरिया में काउंटर इंसर्जेंसी ऑप्स भत्ता बढ़ा दिया गया है। इसकी मौजूदा दरों में 25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। टीएलए में भी 25 फीसदी की वृद्धि हुई है। नर्सिंग अलाउंस, पहले 7200 रुपये प्रति माह मिलता था, अब वह 9000 रुपये प्रति माह हो गया है। अस्पताल रोगी देखभाल भत्ता (एचपीसीए) और रोगी देखभाल भत्ता (पीसीए) में भी 25 फीसदी वृद्धि की गई है। पहले आर1एच3 के लिए लेवल 9 से ज्यादा पर 5300 रुपये प्रति माह और लेवल 8 से कम के लिए 4100 रुपये प्रति माह मिलता था। अब यह भत्ता क्रमश: 6625 रुपये और 5125 रुपये प्रति माह हो गया है।