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UP के नए शहर के लिए अधिग्रहीत होगी इतने गांवों की जमीन, प्रति हेक्टेयर रेट तय

UP News: नवीन गोरखपुर के लिए गांवों में भूमि खरीद की धीमी प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की है। जीडीए ने इसके बाद इन गांवों में खरीद की प्रक्रिया को तेज कर दिया है।

 
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Haryana Update: आपको बता दें, की गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) मानीराम, रहमतनगर, सोनबरसा और बालापार में भूमि खरीदने के लिए सीधे काश्तकारों से बातचीत करेगा। अधिकारियों की आठ टीमें बातचीत करने के लिए बनाई गई हैं। ये टीमें गांवों में जाकर काश्तकारों से बातचीत करके मुआवजा पर भूमि बिक्री करने को राजी करेंगी।

जीडीए ने 25 गांवों को कुशीनगर और पिपराइच रोड पर नया गोरखपुर के लिए नामांकित किया है। इसमें पहले ही कुशीनगर रोड पर माड़ापार, कोनी और तकिया मेदनीपुर गांव में जमीन खरीदने का कार्य शुरू हो गया है। दूसरे चरण में पिपराइच रोड पर मानीराम, रहमतनगर, सोनबरसा और बालापार में लगभग 158.377 हेक्टेयर जमीन खरीदने की योजना बनाई गई है।

अपर मुख्य सचिव ने भूमि खरीद की धीमी प्रक्रिया पर आक्रोश व्यक्त किया
मुख्य सचिव आवास एवं शहरी नियोजन ने जीडीए की ओर से चिह्नित नवीन गोरखपुर के लिए गांवों में भूमि खरीद की धीमी प्रक्रिया पर चिंता व्यक्त की है। जीडीए ने इसके बाद इन गांवों में खरीद की प्रक्रिया को तेज कर दिया है।

तीन गांवों में भूमि अधिग्रहण की तैयारी: माड़ापार, कोनी और तकिया मेदनीपुर में बातचीत के बाद आपसी सहमति से भूमि देने के लिए काश्तकारों के राजी नहीं होने पर अब भूमि अधिग्रहण की तैयारी शुरू हो गई है. नया गोरखपुर। जीडीए ने भूमि अधिग्रहण विभाग को 300 करोड़ रुपये भेजे हैं। धारा चार के तहत इन तीनों गांवों में जमीन अधिग्रहण करने के लिए जिला प्रशासन ने शासन को पत्र भी भेजा है।

जीडीए के उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने कहा कि काश्तकारों से चर्चा करके भूमि खरीद के लिए एक टीम बनाई गई है। किसान मानीराम, रहमतनगर, सोनबरसा और बालापार में मुआवजा लेकर जमीन देने के लिए राजी होंगे।

वहीं, कुशीनगर रोड के तीन गांव माड़ापार, कोनी और तकिया मेदनीपुर में जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है। एलओ ऑफिस को इसके लिए 300 करोड़ रुपये भेजे गए हैं।

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