logo

कर्नाटक इलेक्शन: बीजेपी को मिला कर्नाटक में बड़ी हार का झटका ,जानिये हार की क्या रही वजह

कर्नाटक राजनीती में हुआ बड़ा बदलाव विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कांग्रेस सरकार ने दी बड़ी शिकस्त जानिए क्या रही वजह 

 
Raaj Thakrey
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

राज ठाकरे ने दिया ब्यान  कर्नाटक विधानसभा चुनाव  में बीजेपी (BJP) की करारी हार हुई है. इस बीच, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के चीफ राज ठाकरे ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी की हार उसकी ‘प्रकृति’ और ‘आचरण’ का नतीजा है.

इस मौके पर राज ठाकरे ने राहुल गांधी की तारीफ भी की है. राज ठाकरे ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने निश्चित ही कांग्रेस की मदद की. महाराष्ट्र के ठाणे जिले में राज ठाकरे ने ये भी कहा कि विपक्षी पार्टी चुनाव कभी जीतती नहीं है, बल्कि ये सत्तारूढ़ पार्टी होती है जो चुनाव हारती है.

Also read : PILOT: उड़ान के दौरान पायलट नहीं खा सकता कुछ भी, नियम तोड़ने पर भयंकर सजा

कर्नाटक में क्यों हारी BJP?

बता दें कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 224 सीटों में से 135 सीटें जीती हैं. वहीं, बीजेपी ने 66 और जनता दल (एस) ने 19 सीट हासिल की हैं. इस पर राज ठाकरे ने कहा कि कन्याकुमारी से श्रीनगर तक की कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने भी कर्नाटक में कांग्रेस की किस्मत बदलने में मदद की.

कर्नाटक के नतीजे कैसे डालेंगे असर?

जान लें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव अगले साल 2024 में होने हैं. महाराष्ट्र में बीजेपी के सामने महाविकास अघाड़ी की चुनौती हो सकती है जो यूबीटी यानी उद्धव गुट, कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन है. दूसरी तरफ बीजेपी को शिंदे गुट का साथ मिलेगा. पड़ोसी राज्य कर्नाटक के चुनाव परिणाम के बाद लोग महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के और दिलचस्प होने के कयास लगा रहे हैं

सरकार ने राशन कार्डधारकों को दिया बड़ा झटका, अब इन लोगों को नहीं मिलेगा गेंहू-चावल, जानिए इसके पीछे की वजह

 

क्या महाराष्ट्र में होगा फायदा?

एमएनएस चीफ राज ठाकरे ने आगे कहा कि नागरिकों को कभी हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए और कर्नाटक के चुनाव परिणाम से राजनीतिक पार्टियों को सबक लेना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि फिलहाल इस बारे में कुछ पूर्वानुमान लगाना जल्दबाजी होगी कि ये परिणाम महाराष्ट्र में 2024 के लोकसभा चुनाव सहित तमाम आगामी चुनावों में राजनीतिक दलों पर किस तरह से असर डालेंगे.