Industrial Township: इस जगह बन रही इंडस्ट्रियल टाउनशिप , मिलेगा ये फाइदा

साथियों, हरियाणा सरकार लगातार नवीनतम परियोजनाओं पर काम कर रही है, और अब राज्य में विकास की गति को और अधिक तेज करने के लिए एक और नया कदम उठाया है। सरकार अब राज्य के दस जिलों में इंटीग्रेटेड औद्योगिक टाउनशिप (Integrated Industrial Townships) बनाने जा रही है.
ये स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देंगे और लाखों लोगों को नौकरी मिलेगी। यह परियोजना हरियाणा में औद्योगिक विकास और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए है। हरियाणा सरकार ने इस योजना के लिए उन इलाकों को चुना जो प्रमुख एक्सप्रेसवे और राज्य राजमार्गों के किनारे हैं।
इन स्थानों पर औद्योगिक विकास की व्यापक योजना सरकार ने बनाई है। विकास की पुष्टि करते हुए, उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि शहर तीन बड़े राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे के आस-पास बनेगा। न केवल उद्योग, बल्कि स्थानीय लोग भी इस परियोजना से लाभ उठाएंगे। हरियाणा सरकार की इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे में अधिक जानने के लिए इस रिपोर्ट को पढ़ें। (Industrial Township)
मित्रों, हरियाणा सरकार ने 10 जिलों को औद्योगिक नगर बनाने के लिए चुना है। ये जिले आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं और बेहतर कनेक्टिविटी के कारण उद्योगों की स्थापना के लिए अच्छे अवसर हैं। सरकार ने इन टाउनशिप के लिए स्थानों को चुना है जहां प्रमुख राजमार्गों का संपर्क है, ताकि आसानी से इन टाउनशिप तक पहुंचा जा सके और स्थापित उद्योगों को बेहतर सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स की सुविधा मिल सके। इन जिलों में शामिल हैं: न्यू गुरुग्राम, हिसार (एयरपोर्ट के निकट), सिरसा (नए प्रस्तावित डबवाली-पानीपत हाईवे पर), ग्रेटर फरीदाबाद (जेवर एयरपोर्ट के निकट), भिवानी (नेशनल हाईवे 709 पर), नारनौल (आगामी लॉजिस्टिक हब के निकट), जींद, कैथल और अंबाला। (Industrial Township Update)
मित्रों, हरियाणा सरकार के उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि ये औद्योगिक टाउनशिप मुख्य राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के निकट बनाए जाएंगे। यह टाउनशिप मुख्य रूप से Delhi-Katra Expressway, नारनौल-अंबाला एक्सप्रेसवे 152 डी, और प्रस्तावित डबवाली-पानीपत राजमार्ग के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में बनाया जाएगा।
क्योंकि राजमार्ग और एक्सप्रेसवे इस परियोजना में बहुत महत्वपूर्ण हैं किसी भी औद्योगिक क्षेत्र की सफलता में कनेक्टिविटी महत्वपूर्ण है। जब एक उद्योग को बेहतरीन सड़क और परिवहन व्यवस्था मिलती है, तो वह अधिक कुशलता से काम करता है और उसका माल आसानी से स्थानीय और विदेशी बाजारों तक पहुंचता है।
मित्रों, हरियाणा सरकार और नीति आयोग ने शहर बनाने की योजना पर कई बैठकें की हैं। टाउनशिप के लिए उपयुक्त स्थानों का चयन करना और उनके विकास की योजना बनाना इन बैठकों का उद्देश्य था। ताकि हर टाउनशिप अपनी आवश्यकताओं और अपेक्षाओं के अनुरूप हो, इस प्रक्रिया में कई अधिकारियों ने अपनी राय दी और संभावित स्थानों को देखा।
इन बैठकों में यह भी निर्णय लिया गया कि अधिक टाउनशिप के लिए एक और सर्वेक्षण किया जाएगा, ताकि राज्य के अन्य जिलों को भी औद्योगिक विकास के लिए भूमि मिल सके, जो इस योजना में शामिल नहीं हैं, सूत्रों के अनुसार। भूमि उपलब्धता, कनेक्टिविटी और अन्य कारकों पर यह सर्वेक्षण आधारित है।