logo

Indian Railway: इस ट्रेन में यात्रियों को नहीं मिला टिकट, जानिए वजह...

Indian Railway Update: अब सवाल उठता है कि यह ट्रेन कहां से कहां चलती है? आपको बता दें कि भाखड़ा और नांगल के बीच पंजाब और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर यह ट्रेन चलती है।  

 
Indian Railway Update:
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Haryana Update: आपको बता दें, की भारतीय रेलवे में हर दिन 13 हजार से अधिक ट्रेनें चलती हैं, जो सात हजार से अधिक स्टेशनों से गुजरती हैं। रोजाना करोड़ों लोग इन पैंसेजर ट्रेनों में सफर करते हैं और सुंदर दृश्यों के बीच अपनी मंजिलों तक पहुंचते हैं।

इसलिए, इन आंकड़ों के अनुसार, भारतीय रेलवे दुनिया में चौथी सबसे बड़ी रेल नेटवर्क है और एशिया में दूसरी सबसे बड़ी है। भारतीय रेलवे को देश की जीवन रेखा भी कहते हैं।
भारतीय रेलवे की ट्रेनों में भी आपने सफर किया होगा और इसके लिए पहले टिकट खरीद लिया होगा। आप जानते हैं कि भारत में फ्री ट्रेन भी हैं।
यह अजीब है, लेकिन लोग इस तरह की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं और हर दिन अपने लक्ष्य तक पहुंच रहे हैं। यह लेख पूरा पढ़ें, जो ट्रेन है और किस रूट पर चलती है।
भारत में फ्री ट्रेन कौन-सी हैं? भाखड़ा-नांगल एकमात्र फ्री ट्रेन है। इस ट्रेन में यात्रा करने पर कोई यात्री यात्रा शुल्क नहीं देता।
अब सवाल उठता है कि यह ट्रेन कहां से कहां चलती है? आपको बता दें कि भाखड़ा और नांगल के बीच पंजाब और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर यह ट्रेन चलती है। 
यह ट्रेन 1949 में शुरू हुई थी। इस ट्रेन को चलाने के लिए उस समय अमेरिका से तीन लोकोमोटिव मंगवाए गए थे; आज भी दो लोकोमोटिव इस्तेमाल किए जाते हैं। 

लकड़ी के कोच में यात्रा कर सकते हैं
यात्रा के दौरान आपको लकड़ी के कोच में जाना होगा। यह पुराने कोच पाकिस्तान के कराची में बनाए गए थे। बाद में यह कोच ट्रेन चलाने के लिए उपयोग किए जाएंगे। 

इस स्वतंत्र ट्रेन का संचालन भाखड़ा-ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड करता है, जो इस 74 वर्ष पुरानी ट्रेन को चलाता है। 

क्यों ट्रेन यात्रा मुफ्त है?
इस ट्रेन के मार्ग पर पांच स्टेशन हैं। वहीं, भाखड़ा-नांगल बांध को देखने वाले लोगों को इस ट्रेन में फ्री यात्रा मिलती है। इसलिए पर्यटन के लिहाज से इस ट्रेन चलाया जाता है।

आपको बता दें कि भाखड़-नांगल परियोजना के दौरान सामान को ढोया जाता था, साथ ही कर्मचारियों को लाने और ले जाने के लिए इस ट्रेन का भी उपयोग किया जाता था।