Mobile SIM Card : PMO के अहम निर्देश जारी! SIM Card बदल गए नियम

Mobile SIM Card (Haryana Update) : प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने दूरसंचार विभाग (डीओटी) को एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी करते हुए सभी नए सिम कार्ड (सिम कार्ड न्यूज़) कनेक्शनों के लिए आधार-आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से प्राप्त मोबाइल कनेक्शनों के बढ़ते दुरुपयोग को रोकना है। इसका इस्तेमाल अक्सर धोखाधड़ी और कई आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जाता है।
पहले उपयोगकर्ता नया मोबाइल कनेक्शन लेने के लिए वोटर आईडी या पासपोर्ट जैसी किसी भी सरकारी आईडी का इस्तेमाल कर सकते थे। हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक, नए नियमों के तहत अब सभी नए सिम कार्ड को एक्टिवेट करने के लिए आधार के जरिए बायोमेट्रिक सत्यापन जरूरी है। रिटेलर इस प्रक्रिया का पालन किए बिना सिम कार्ड नहीं बेच पाएंगे।
फर्जी सिम कार्ड पर सरकार की सख्ती-
यह फैसला दूरसंचार क्षेत्र की हाल ही में हुई समीक्षा बैठक के बाद लिया गया है, जिसमें पता चला है कि फर्जी सिम कार्ड की वित्तीय घोटालों में भूमिका है। जांच में ऐसे मामले सामने आए जहां एक ही डिवाइस से कई सिम कार्ड कनेक्ट किए गए, जिससे दूरसंचार नियमों का उल्लंघन हुआ और साइबर अपराध को बढ़ावा मिला।
सख्त कार्रवाई की जाएगी-
पीएमओ ने दूरसंचार विभाग को कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करने और अपराधियों की पहचान करने और उन्हें दंडित करने के लिए एआई उपकरणों का लाभ उठाने का निर्देश दिया है। नकली दस्तावेजों का उपयोग करके सिम कार्ड जारी करने वाले खुदरा विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सख्त दिशा-निर्देश मोबाइल नेटवर्क की सुरक्षा बनाए रखने और नागरिकों को धोखाधड़ी से बचाने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं। आधार-आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन अब नए सिम कार्ड प्राप्त करने के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता है, जो सुरक्षित दूरसंचार संचालन के लिए एक मिसाल कायम करता है।