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रेल ट्रेक पर किसानों का धरना, 11 ट्रेनें रद्द

farmers movement:किसानों ने एक बार फिर से हल्ला बोला है. हरियाणा के अंबाला जिले में शंभू बॉर्डर पर डटे हुए किसानों ने बुधवार को रेललाइन पर प्रदर्शन किया है. इस कारण कई गाड़ियों के रूट जहां बदले गए हैं. वहीं, 11 ट्रेनें (Trains) रद्द कर दी गई हैं.
 
रेल ट्रेक पर किसानों का धरना, 11 ट्रेनें रद्द
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Haryana Update: अबाला स्टेशन पर पैसेंजर को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. वहीं, पुलिस अफसरों और किसानों के बीच हुई मीटिंग बेनतीजा रही है. पुलिस अफसरों और किसानों के बीच हुई मीटिंग बेनतीजा रही है. उधर किसान और पुलिसकर्मियों में धक्कामुक्की भी देखने को मिली है. 

किसानों ने अंबाला के शंभू बॉर्डर के पास रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन किया. किसानों के रेल रोको के चलते अंबाला स्टेशन से 11 रेलगाड़ियां रद्द करनी पड़ी. इसी तरह 19 रेलगाड़ियों के रूट बदले गए हैं. साथ ही कई ट्रेनें देरी से चली हैं. इस दौरान अंबाला स्टेशन पर प्लेटफार्म पर लोग सोते हुए दिख रहे हैं. कई घंटों से लोग रेल का इंतजार करते रहे.

जेल में बंद किसानों की रिहाई को लेकर शंभू रेलवे स्टेशन के नजदीक किसानों ने रेल ट्रैक जाम कर दिया है. किसानों के इस कदम से अंबाला रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ लग गई है. ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है. सुबह से सफर कर रहे यात्रियों की ट्रेन बीच रास्ते में रद्द कर दी गई.

आलम यह है कि स्टेशन पर लोगों को बैठने की जगह नहीं मिल रही तो बुजुर्ग प्लेटफार्म पर सोते दिखाई दिए. इस दौरान लोगो ने रेलवे प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कब कौन सी ट्रेन रद्द या लेट है, इसकी जानकारी देने वाला कोई नहीं है. आंदोलन की वजह से 11 रेल गाड़ियों को रद्द किया गया है. वहीं, 19 गाड़ियों के रूट को डायवर्ट किया गया है. उधर, किसानों द्वारा शंभू ट्रैक बंद करने के बाद पटियाला पुलिस के सीनियर अधिकारी किसानों लीडर से बात करने पहुंची. 

क्या बोले किसान नेता

किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने बताया कि पटियाला पुलिस प्रशासन ने समय मांगा है. किसान नेताओं ने कहा कि जब तक हमारे तीन नौजवान साथी हरियाणा पुलिस रिहा नहीं किए जाते है, तब तक किसान रेलवे ट्रैक खाली नहीं करेंगे. पटियाला पुलिस ने कहा था कि हम हरियाणा प्रशासन से बात करेंगे. तब तक आप रेलवे ट्रैक खाली कर दीजिए. 2 से 5 दिन का समय मांगा था, लेकिन किसान नेताओं ने कहा ट्रैक तभी खाली होंगे, जब हमारे नौजवान रिहा किए जाएंगे.