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प्रॉपर्टी खरीदते समय यह 6 डॉक्यूमेंट जरूर चेक करें

अगर आप भी जमीन या प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो यह डॉक्यूमेंट आपको जरुर चेक कर लेनी चाहिए इससे आपको जमीन के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी और आपके साथ कभी फ्रॉड नहीं होगा

 
प्रॉपर्टी खरीदते समय यह 6 डॉक्यूमेंट जरूर चेक करें

Haryana Update : ज्यादातर लोगों के लिए मकान खरीदना एक सपने को पूरा करने से कहीं ज्यादा होता है। कोई व्यक्ति अपने जीवन का एक अहम हिस्सा मकान खरीदने के लिए खर्च कर देता है। हालांकि, मकान खरीदने की प्रोसेस पेचीदा हो सकती है, खासकर अगर कोई पहली बार मकान खरीद रहा हो। आप जिस तरह की Property खरीदना चाहते हैं, उसके आधार पर जरूरी Document अलग-अलग होते हैं। इसलिए जो लोग पहली बार मकान खरीद रहे हैं, उन्हें हम यहां बताएंगे कि कौन से डॉक्यूमेंट्स डील करने से पहले Check करना जरूरी है।
 
मदर डीड

मदर डीड भी एक जरूरी Document है जिससे Property की ओनरशिप का पता लगता है। यह Document आम तौर पर बैंकों के लिए तब आवश्यक हो जाता है जब कोई खरीदार Property पर लोन लेता है। आप इस डॉकयुमेंट को तैयार कराते समय मदद के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं।

सेल एंड पर्चेज एग्रीमेंट 
सेल एंड पर्चेज एग्रीमेंट में उन नियमों और शर्तों की एक लिस्ट होती है जो खरीदार और विक्रेता दोनों स्वीकार करते हैं। इसका एक आसान उदाहरण है Flat की कीमत। समझौते में खरीदार और विक्रेता दोनों की तरफ से Flat की सहमति की राशि शामिल होगी।

सेल डीड 

सेल डीड एक आवश्यक जरूरी कानूनी Document है जिसमें बिल्डर की तरफ से किसी व्यक्ति को बिक्री और Property के ट्रांसफर का प्रूफ होता है। कई बार, मकान खरीदने के सालों बाद, आप किसी कारण से मकान बेचना चाहें, तो ऐसे में यह डॉकयुमेंट आवश्यक है। सेल डीड को आमतौर पर बिक्री समझौते से पहले और समझौता करने वाले व्यक्तियों की तरफ से सहमति के हिसाब से नियमों और शर्तों को पूरा करने के बाद तैयार किया जाता है।

कब्जा पत्र 

पॉजेशन लेटर बिल्डर द्वारा तैयार किया गया एक Document होता है, जिसमें Property पर खरीदारों के कब्जे की तारीख का जिक्र होता है। यह डॉकयुमेंट बिल्डर के नाम पर बनाया गया होता है और कंप्लीशन Certificate की प्राप्ति के बाद क्रिएट किया गया होता है। हालाँकि, यह लेटर किसी के Property की ओनरशिप का प्रूफ नहीं है। इसके लिए मकान खरीदार को ऑक्युपेंसी Certificate लेना होगा।


बिल्डिंग अप्रूवल प्लान 

कंस्ट्रक्शन शुरू करने से पहले, बिल्डर को बिल्डिंग बायलॉज, मास्टर प्लान और स्थानीय निकाय अधिनियमों के प्रावधानों के तहत जरूरी मंजूरियां प्राप्त करनी होती हैं। इस मंजूरी में दो फैक्टर शामिल हैं - ए) बिल्डिंग प्लान और बी) लेआउट अप्रूवल। एक गलती जो पहली बार मकान खरीदने वाले अक्सर करते हैं, वह यह कि वे सुनिश्चित नहीं करते कि बिल्डर ने बिल्डिंग प्लान और लेआउट अप्रूवल के नियमों और शर्तों को पूरा किया है या नहीं। यदि स्थानीय अधिकारी स्पॉट Check के लिए आते हैं, जो नए भवनों में काफी आम हैं, तो नियम और शर्तों को पूरा न करने का निगेटिव नतीजा हो सकता है।

ये हैं बाकी तीन दस्तावेज

तीन और Document जरूर Check करने चाहिए। इनमें कंप्लीशन सर्टिफिकेट, खाता Certificate और अलॉटमेंट लेटर शामिल हैं। यदि आप किसी मकान को बुक करने की योजना बना रहे हैं जो वर्तमान में अंडर-कंस्ट्रक्शन है तो ये लेटर बहुत महत्वपूर्ण है।
 

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