Bullet Train: यहां बनेगा देश का पहला बैलास्टलेस ट्रैक, जानें इसकी खासियत
Bullet Train Project: बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए 508 किमी का ट्रैक बनाया जा रहा है। 2026 तक कॉरिडोर शुरू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी 3.0 में उनके अधिकांश माइलस्टोन छूए जाएंगे।
Haryana Update: आपको बता दें, की भारत देश अपनी पहली बुलेट ट्रेन का इंतजार कर रहा है। देश की जनता पिछले कुछ समय से इस बुलेट ट्रेन योजना के पूरा होने की उम्मीद कर रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में बुलेट ट्रेन के बारे में बताया था।
अब उन्होंने मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर के बारे में दिलचस्प जानकारी दी हैं। इसके अनुसार, देश की पहली बुलेट ट्रेन (Bullet Train) में नवीनतम तकनीक वाले बैलेस्टलेस ट्रैक अपडेट का उपयोग किया गया था। वायाडक्ट का काम इस परियोजना में 153 किमी तक पूरा हो चुका है। देश की पहली बुलेट ट्रेन 320 km/h की रफ्तार से चलेगी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें बुलेट ट्रेन से जुड़े अपडेट दिए गए हैं। इसमें उन्होंने बलास्टलेस ट्रैक का विवरण दिया।
श्विनी वैष्णव ने लिखा कि ऐसे बैलेस्टलेस रेलवे ट्रैक भारत में पहली बार होंगे। इस ट्वीट के अनुसार, बुलेट ट्रेन के लिए 153 किमी का वायाडक्ट नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने बनाया है। 295.5 किमी का पियर वर्क भी पूरा हुआ है।
मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए 508 किमी का ट्रैक बनाया जा रहा है। 2026 तक कॉरिडोर शुरू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी 3.0 में उनके अधिकांश माइलस्टोन छूए जाएंगे।
क्या है बैलेस्टलेस ट्रैक?
स्लैब ट्रैक (slab track) इस नए बैलेस्टलेस ट्रैक का नाम है। कई देशों में हाई स्पीड रेलवे इसका उपयोग करते हैं। जे स्लैब बैलेस्टलेस ट्रैक का पहला उपयोग भारत ने किया है। आरसी ट्रैक उनके ऊपर होता है। इनकी मोटाई 300 एमएम है।
बैलेस्टलेस ट्रैक की वजह से ट्रेन काफी स्थिर रहता है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए 14 स्थानों पर एनीमोमीटर भी लगाए जाएंगे।