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रुक सकता है रुस- यूक्रेन के मध्य युद्ध...पीएम मोदी निभा सकते है अहम भूमिका

Haryana Update: 332 दिनों से चला आ रहा है रुस-यूक्रेन के बीच युद्ध
 
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Haryana Update:रूस-यूक्रेन के मध्य पिछले 332 दिनों से युद्ध जारी है।अभी कितने दिन और चलेगी जंग यह कहना बहुत मुश्किल हो गया है। इधर अब युद्ध को खत्म करने की आवाज भी उठने लगी है। रूस और यूक्रेन में शांति बनाने के लिए लगातार प्रयास जारी है। 

कई देश भारत की ओर उम्मीद से देख रहे हैं

एक फ्रांसीसी पत्रकार लौरा हैम ने कहा है कि ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो बातचीत के लिए यूक्रेन और रूस को एक मेज पर ला सके। अब बहुत सारे लोगों का कहना हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वार्ता की शुरुआत को सुविधाजनक बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। भारत के प्रधानमंत्री ही इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है।

हालांकि, इस समय यह बेहद मुश्किल लग रहा है क्योंकि यूक्रेन अब चर्चा नहीं करना चाहता है। वह चाहता है कि अंतरराष्ट्रीय कोर्ट रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर कोई फैसला करें।

फ्रांस की पत्रकार लौरा हैम का इंटरव्यू

लौरा हैम ने कहा कि उनको यह देखकर हैरानी होती है कि अमेरिका में लोग रूस-यूक्रेन युद्ध के बारे में कोई भी बात नहीं कर रहे हैं। हैम ने इंटरव्यू में कहा कि यूक्रेन में युद्ध बहुत लंबा चलने वाला है।  मैं यह देखने स्तब्ध हूं अमेरिका में लोग राष्ट्रपति, दस्तावेजों और डोनाल्ड ट्रंप के बारे में बात कर रहे हैं और जब आप यूरोप में होते हैं, तो आप सिर्फ़ युद्ध के बारे में बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि कोई नहीं जानता कि यूक्रेन में क्या होने जा रहा है।

उन्होंने कहा कि रूस शायद नई तरह से लामबंदी करने की कोशिश करने जा रहा है। शायद ज्यादा हमले करने की तैयारी में हैं. हो सकता है कि कीव भी ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दे. यूक्रेनियन बेहद साहसी हैं. वे पश्चिम से उनकी मदद करने के लिए कह रहे हैं।

उन्होंने कहा- "यूक्रेन के लोग कह रहे हैं कि वे पुतिन के साथ बातचीत नहीं करना चाहते हैं और वे क्रीमिया भी वापस चाहते हैं। रूसी हर समय उन पर बमबारी कर रहे हैं। 332 दिनों से जारी रुस-यूक्रेन अभी भी जारी है। इस युध्द का अभी भी थमने का कोई आसार नहीं है।

अमेरिका ने भी दिया था ऐसा ही बयान

अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने 6 जनवरी को बयान दिया था- हम मानते हैं कि भारत जैसे देश, रूस और यूक्रेन के साथ संबंध रखने वाले देश बातचीत और कूटनीति में मदद करने की स्थिति में हो सकते हैं जो एक दिन इस जंग को समाप्त कर सकते हैं।

नेड प्राइस ने पिछले साल सितंबर में दिए पीएम नरेंद्र मोदी के बयान का जिक्र करते हुए कहा था कि भारत के प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था कि आज का युग युद्ध का युग नहीं है।

हम यूक्रेन के लोगों के लिए भारत के समर्थन का स्वागत करते हैं। भारत ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को तत्काल समाप्त करने का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि बातचीत के जरिये इस युद्ध को समाप्त किया जा सकता है।

'यूक्रेन के लिए रूस को खदेड़ पाना मुश्किल'

अमेरिका के जनरल मार्क मिले ने दावा किया है कि यूक्रेन के लिए इस साल रूसी सेना को अपने क्षेत्र से खदेड़ना बहुत मुश्किल है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्क मिले ने कहा, "एक सैन्य दृष्टिकोण से मैं अभी भी इस बात पर कायम हूं कि इस वर्ष यूक्रेनी सेना के लिए रूसी सैनिकों को रूसी कब्जे वाले इलाकों से बेदखल करना बहुत मुश्किल होगा।"

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