Toll Tax Rules: जल्द खत्म होगा टोल प्लाजा सिस्टम, NHAI ने दी बड़ी अपडेट!

Toll Tax Rules:  देशभर में टोल प्लाजा का सिस्टम जल्द खत्म होने वाला है, NHAI ने खुद इस बारे में बड़ा अपडेट दिया है। नए नियम के तहत अब हाईवे पर सफर करना और आसान होगा, जिससे टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों से छुटकारा मिलेगा। सरकार जल्द ही नया टोल कलेक्शन सिस्टम लागू कर सकती है। जानें नया सिस्टम क्या होगा और कब से होगा लागू। नीचे जानें पूरी डिटेल।
 
Haryana update, Toll Tax Rules: देशभर में नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर गाड़ियों को अब टोल टैक्स देने का पुराना तरीका बदलने जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने ऐलान कर दिया है कि जल्द ही पारंपरिक टोल प्लाज़ा सिस्टम को बंद कर दिया जाएगा और टोल टैक्स अब सेटेलाइट तकनीक के माध्यम से स्वचालित रूप से काटा जाएगा। यह नया सिस्टम देश का पहला ऐसा कदम है, जहाँ ड्राइवर को टोल प्लाज़ा पर ब्रेक लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

सेटेलाइट आधारित टोल कलेक्शन Toll Tax Rules

अब, जैसे ही कोई भी गाड़ी एक्सप्रेसवे पर प्रवेश करेगी, उसके वाहन नंबर और प्रकार को NHAI के आधुनिक डिजिटल सिस्टम में फिट कर दिया जाएगा। इस सिस्टम के तहत प्रवेश और निकास बिंदुओं पर स्वचालित नंबर प्लेट रीडर कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही, जीपीएस (ग्लोबल नेविगेशन उपग्रह प्रणाली) के माध्यम से वाहन की सटीक लोकेशन ट्रैक की जाएगी। तय की गई दूरी के हिसाब से प्रति किलोमीटर दर से टोल टैक्स की गणना होगी और पैसे ड्राइवर के डिजिटल वॉलेट या बैंकिंग यूनिट से अपने आप कट जाएंगे।

द्वारका एक्सप्रेसवे – पहला उदाहरण   Toll Tax Rules

विशेष रूप से द्वारका एक्सप्रेसवे पर इस नए सिस्टम का पहला परीक्षण शुरू हो चुका है। यह एक्सप्रेसवे देश का पहला ऐसा प्रोजेक्ट है जहाँ टोल टैक्स सेटेलाइट के जरिए स्वचालित रूप से वसूला जाएगा। इसी के साथ, बेंगलुरु-मैसूर हाईवे पर भी इस तकनीक का परीक्षण किया जा रहा है। इन पहलों से न केवल यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि हाईवे के ट्रैफिक में भी सुधार आएगा क्योंकि अब गाड़ियों को टोल टैक्स के लिए रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

सिस्टम के लाभ और कार्यप्रणाली   Toll Tax Rules

  • स्वचालित भुगतान:
    गाड़ी जैसे ही एक्सप्रेसवे पर प्रवेश करेगी, उसकी जानकारी डिजिटल सिस्टम में दर्ज हो जाएगी और तय दूरी के हिसाब से टोल टैक्स अपने आप कट जाएगा। इससे ड्राइवर को टोल प्लाज़ा पर इंतजार करने या रुकने की कोई आवश्यकता नहीं रहेगी।

  • टिकाऊ और तेज:
    सेटेलाइट तकनीक और जीपीएस के माध्यम से टोल टैक्स की गणना करने से न केवल प्रक्रिया में तेजी आएगी, बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ेगी। प्रत्येक वाहन की सटीक दूरी मापी जाएगी और उसी आधार पर टैक्स वसूला जाएगा।

  • डिजिटल वॉलेट और बैंकिंग यूनिट:   Toll Tax Rules
    इस प्रणाली में डिजिटल वॉलेट को बैंकिंग यूनिट से जोड़ा जाएगा, जिससे ऑनलाइन भुगतान में सुविधा होगी। वाहन चालक का टोल टैक्स सीधे उनके खाते से कट जाएगा, जिससे कैश ट्रांजैक्शन की जरूरत समाप्त हो जाएगी।

भविष्य में विस्तार  Toll Tax Rules

NHAI ने घोषणा की है कि वर्तमान में द्वारका एक्सप्रेसवे पर इस सिस्टम का प्रारंभिक परीक्षण चल रहा है, लेकिन जल्द ही इसे देशभर के अन्य नेशनल हाईवेज और स्टेट हाईवेज पर भी लागू किया जाएगा। यह कदम उच्च तकनीकी उन्नति के साथ-साथ यात्रियों और रोड यूज़र्स के लिए एक बेहतर अनुभव सुनिश्चित करेगा।