RBI Guideliness : RBI ने Investers की उड़ाई नींदें, इन पर प्रतिबंध हुए लागू
RBI News : देश के दो करोड़ निवेशकों को हाल ही में गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ा झटका दिया है। वास्तव में, उन्होंने कहा कि इस तरह के निवेश में बहुत अधिक रिस्क होता है...।उन्होंने कहा, "जरूरी नहीं जो चीज दूसरे बाजारों में अच्छी हो, वह हमारे लिए भी अच्छी होगी।" नीचे खबर में इस अपडेट की पूरी जानकारी मिलेगी।
Haryana Update : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने देश के लगभग दो करोड़ निवेशकों को बुरा झटका दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के निवेश में बहुत अधिक रिस्क है। यही कारण है कि पहले से लागू प्रतिबंधों को कम करने का कोई लक्ष्य नहीं है।
उनहोंने कहा, "जरूरी नहीं जो चीज दूसरे बाजारों के लिए अच्छी हो, वह हमारे लिए भी अच्छी साबित होगी।" रिजर्व बैंक और मेरी व्यक्तिगत राय इस बारे में समान हैं।’
गुरुवार को एक कार्यक्रम में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक की स्थिति क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नहीं बदलेगी। यह बहुत जोखिम भरा रास्ता है, और मेरा व्यक्तिगत विचार भी है कि इसे सही नहीं ठहराया जा सकता। मैं भी इस बात पर सहमत नहीं हूँ कि क्रिपटोमेनिया का इतना बड़ा असर दुनिया या किसी भी उभरते देश पर होगा। दास ने अमेरिकी सिकयोरिटीज एंड एकसचेंज कमीशन से बिटकवाइन एकसचेंज ट्रेडेड फंड की अनुमति के सवाल पर यह बयान दिया।
गवर्नर की चिंता का कारण क्या है?
आरबीआई गवर्नर हमेशा क्रिपटो करेंसी पर चिंतित रहे हैं। पिछले साल भी दास ने कहा था कि आरबीआई ने क्रिप्टो संपत्ति पर लगाए गए प्रतिबंधों को कम नहीं करेगा। उन् होंने हमेशा कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी सभी देशों की आर्थिक स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा है। खासकर भारत जैसे विकसित देशों के लिए। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर क्रिपटो करेंसी में निवेश करने वालों को स्पष्ट रूप से बताया कि इस पर पहले लगाया गया बैन हटाया नहीं जाएगा, क्योंकि इसमें जोखिम है।
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अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की नवीनतम रिपोर्ट का हवाला—
आरबीआई गवर्नर ने क्रिप्टो को रेग् यूलेट करने के सवाल पर दो टूक पूछा: आप इसे कैसे रेग् यूलेट करेंगे, किसी को रेग् यूलेट करेंगे और क् या। वास्तविकता में अदृश्य संस्कृति का नियंत्रण कैसे किया जाए? Governor ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की एक हालिया रिपोर्ट का भी उल्लेख किया, जिसमें कहा गया है कि दुनिया भर के देशों को क्रिप्टोकरेंसी पर और कठोर प्रतिबंध लगाने पर विचार करना चाहिए।
इसलिए खुद की डिजिटल करेंसी की शुरुआत हुई है—
Governor ने कहा कि हमने अपनी डिजिटल करेंसी बनाई है, जो क्रिप्टो करेंसी से अलग है। फिलहाल थोक भुगतान और लेनदेन में इसका उपयोग किया जाता है, लेकिन भविष्य में इसे रिटेल ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए भी काम किया जाएगा। फिलहाल, हमारा यूपीआई सिस्टम धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल रहा है, जिससे इसका लाभ भी मिलेगा।
1.9 करोड़ क्रिप्टो निवेशक देश में-
हाल ही में प्रकाशित घरेलू क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्वीनस्विच की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 तक देश में 1.9 करोड़ क्रिप्टो निवेशक होंगे। इसमें से सबसे अधिक 8.8 प्रतिशत दिल्ली से थे, जबकि बैंगलोर 8.3 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि मुंबई और हैदराबाद इससे पीछे हैं। 75% निवेशकों की उम्र 35 साल से कम है और 9% महिलाएं हैं।