OMG ! इस जगह कुत्तो का भी बनता है आधार कार्ड, जानिए क्या है वजह
विश्व भर में कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ज्यादातर लोग कुत्तों को पालते हैं क्योंकि वे इंसानों का दोस्त हैं, लेकिन कुछ लोग कुत्तों से नफरत करते हैं। इसका कारण कुत्तों का आतंक है। कई स्थानों पर आवारा जानवरों और पालतू कुत्तों ने इतना आतंक फैला दिया है कि लोगों को वहाँ जाना ही मुश्किल हो गया है। ये कुत्ते कई लोगों को काटकर बुरी तरह घायल भी कर चुके हैं। वर्तमान में, पूरे देश में आवारा कुत्तों का एक मामला चर्चा का विषय बन गया है, जिसके बारे में जानकर लोग हैरान और तारीफ कर रहे हैं।
दरअसल, मुंबई में कुछ कुत्तों को भी "आधार" कार्ड मिल चुका है। यह चौंकाने वाली बात है, लेकिन पूरी तरह से सही है। मामला यह है कि बीएमसी ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर 20 आवारा कुत्तों का पहचान पत्र बनाकर उनके गले में लटकाया है। उन्हें एयरपोर्ट टर्मिनल 1 के बाहर भी वैक्सीन दी गई, ताकि आम लोगों को कोई खतरा नहीं होगा।
ये औरत महीने में कमाती है 3 लाख रुपए, करती है ऐसे काम, सुनकर चौंक जाओगे
क्यूआर कोड सब कुछ प्राप्त करेगा
रिपोर्टों के अनुसार, उसमें एक स्कैनर लगा हुआ है, जिसमें कुत्तों की सभी जानकारी होती है। जैसे ही आप उस क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे, आप उस कुत्ते का नाम, टीकाकरण हुआ है या नहीं, और अगर ऐसा है तो कब हुआ है पता चलेगा। उस स्कैनर में नसबंदी से लेकर उसका मेडिकल विवरण भी मौजूद है। ‘pawfriend.in’ नामक एक संस्था ने बताया है कि यह अनूठी पहल शुरू की है। उन्होंने कुत्तों को पहचानने के लिए एक पत्र बनाया है।
यह पहल अक्षय रिडलान नाम के एक इंजीनियर ने शुरू की है, जो कुत्ते खो जाएं तो QR कोड की मदद करेगा। उनका कहना था कि कुत्तों की पहचान पत्रों का फायदा यह है कि उन्हें क्यूआर कोड की मदद से पता लगाया जा सकता है अगर कोई जानवर कहीं खो जाता है। ऐसे में उसे वापस घर भेजा जा सकता है। यह भी एक लाभ है कि बीएमसी को आवारा कुत्तों जैसे जानवरों की जानकारी मिलेगी।