Land Registration Process: जानें जमीन की रजिस्ट्री कैसे होती है और क्या होता है पूरा प्रोसेस?

Land Registration Process: जमीन खरीदने से पहले रजिस्ट्रेशन कराना बेहद जरूरी होता है। यह एक महंगा सौदा होता है, जिसमें लोग अपनी जीवन भर की कमाई लगाते हैं। अगर आप जमीन या प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सही दस्तावेज और कानूनी प्रक्रिया पूरी करने से भविष्य में परेशानी नहीं होगी। नीचे जानें पूरी डिटेल।
 
 
Haryana update, Land Registration Process: जब भी आप जमीन या प्रॉपर्टी खरीदते हैं, तो उसका रजिस्ट्रेशन (Registry) कराना जरूरी होता है। यह कानूनी प्रक्रिया होती है, जिससे संपत्ति का मालिकाना हक एक व्यक्ति से दूसरे को ट्रांसफर किया जाता है। अगर आप जमीन खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि रजिस्ट्री कैसे कराई जाती है और इसमें किन दस्तावेजों की जरूरत होती है।

क्या होती है रजिस्ट्री (Registry)?

रजिस्ट्री एक कानूनी प्रक्रिया है जिसमें संपत्ति के मालिक का नाम बदलकर नए खरीदार के नाम पर किया जाता है। इससे यह साबित होता है कि संपत्ति अब नए मालिक के अधिकार में आ चुकी है।

रजिस्ट्री की पूरी प्रक्रिया

  1. संपत्ति की मार्केट वैल्यू तय करें

    • खरीदार और विक्रेता संपत्ति की वर्तमान बाजार कीमत तय करते हैं।

  2. स्टांप पेपर खरीदें

    • तय की गई मार्केट वैल्यू के अनुसार स्टांप ड्यूटी का भुगतान कर स्टांप पेपर लिया जाता है।

  3. बैनामा तैयार करें

    • इसमें क्रेता और विक्रेता की पूरी जानकारी, संपत्ति का विवरण और सौदे की शर्तें लिखी जाती हैं।

  4. रजिस्ट्रेशन कराएं

    • रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर रजिस्ट्री करानी होती है।

    • इस प्रक्रिया में दोनों पक्षों को अपनी पहचान के दस्तावेज जमा करने होते हैं।

    • दो गवाहों की मौजूदगी भी जरूरी होती है।

  5. रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करें

    • रजिस्ट्रेशन होने के बाद एक रसीद मिलती है, जो यह साबित करती है कि रजिस्ट्री पूरी हो गई है।

    • इसे हमेशा संभालकर रखना चाहिए।

जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड, पैन कार्ड

  • संपत्ति से जुड़े मूल दस्तावेज

  • विक्रेता और खरीदार की पासपोर्ट साइज फोटो

  • दो गवाहों के पहचान पत्र

अगर आप संपत्ति खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह प्रक्रिया कानूनी रूप से संपत्ति के मालिकाना हक को सुनिश्चित करने में मदद करेगी।