किसानों का भरेगा पिटारा, भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार से अन्नदाताओं-मछुआरों को कैसे होगा फायदा?
India-UK Free agriculture trade benefits: भारत और ब्रिटेन ने आज गुरुवार को मुक्त व्यापार समझौता करने पर राजी हो गए। प्रधानमंत्री मोदी के ब्रिटेन दौरे के दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच ये एतिहासिक समझौता हुआ है। इस मुक्त व्यापार समझौते से देश के किसानों को भारी फायदा होगा। मोदी सरकार ने कृषि और अन्नदाताओं को प्राथमिकता देते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। इस समझौते के तहत भारत के खाद्य उत्पादों को अब बिना किसी ड्यूटि के विदेशों मे भेजा जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, 95% कृषि खाद्य उत्पादों को एक्सपोर्ट ड्यूटि फ्री कर दिया गया है। इससे हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और उत्तर पूर्वीय किसानों की आमदनी बढ़ेगी।
इस मुक्त व्यापार समझौते से भारतीय सब्जी, फल, मिलेट्स, दालों, मसालों के निर्यात को बड़ा फायदा मिलेगा।
यूपी के व्यापारियों की हुई मौज, अब कानपुर-मेरठ के जूते चप्पल मचाएंगे विदेश मे धूम: FTA
हल्दी, काली मिर्च, ईलायची, दार्जिलिंग की चाय, कटहल, आम, अंगूर आदि फलों सब्जियों को अब भारत के किसान विदेश के बड़े बाजार मे आसानी से निर्यात कर पाएंगे।
भारत मे उगाई जाने वाली इंस्टेंट कॉफी, चाय, मसालों और रबड़ उत्पादों को अब बिना किसी निर्यात ड्यूटि के बेचा जा सकेगा।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग की चाय, आंध्र प्रदेश की आरकू कॉफी को स्वाद ब्रिटेन के लोग उठा पाएंगे।
देश के ग्रामीण किसानों का ध्यान रखते हुए इस समझौते के तहत किसानों और अन्य लोगों द्वारा तैयार आचार, मैंगो पल्प, जूस, प्रोसेस्ड फूड पर से निर्यात शुल्क हटा दिया गया है। जिससे किसानों, ग्रामीण क्षेत्र के लघु उद्योगियों की आमदनी मे भारी उछाल आयेगा।
कश्मीर वालों की हुई बल्ले बल्ले, अब बिना टैरिफ के बाहर भेजेंगे पशमीना शॉल और क्रिकेट बैट
तटीय राज्य के मछुआरों और किसानों का ध्यान रखते हुए 99% समुद्री फूड पर को निर्यात शुल्क फ्री कर दिया गया है। समुद्री फूड के लिए फेमस राज्यों मे पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, कर्नाटक, केरल, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, शामिल हैं। इस मुक्त व्यापार समझौते के तहत यहाँ रोजगार भी पैदा होंगे। भारत के मछुआरों को ब्रिटेन के 5.4 बिलियन डॉलर की समुद्री बाजार मे जगह मिलेगी। मछुआरों की आम्दानी मे इजाफा होगा। भारतीय समुद्री क्षेत्रों की इकॉनमी मे बड़ा इजाफा होगा।
समुदी फूड पैक और तैयार करने वाली कंपनियों और उनमे काम करने वाली महिलाओं और दूसरे श्रमिकों को भी इससे बड़ा फायदा मिलेगा।