Alert News: कई जगहों पर भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना

Alert News: मौसम विभाग ने भारी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर अलर्ट जारी किया है। देश के कई राज्यों में अगले कुछ दिनों तक तेज हवाओं के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना है। लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। यात्रा से पहले मौसम अपडेट जरूर देखें। नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।
 
Haryana update, Alert News: उत्तर भारत के मौसम में एक बार फिर से बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग की ताज़ा जानकारी के अनुसार, 9 मार्च 2025 से एक नया और प्रभावशाली वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) भारत के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों को प्रभावित करेगा। इस वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते जम्मू कश्मीर, लद्दाख, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल सकता है। इन इलाकों में भारी बारिश के साथ-साथ बर्फबारी की भी संभावना जताई गई है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस 9 मार्च से भारत के उत्तर-पश्चिमी राज्यों में सक्रिय हो जाएगा और इसका असर 11 मार्च तक देखने को मिलेगा। इस दौरान ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की पूरी संभावना है। खासतौर पर जम्मू कश्मीर और लद्दाख जैसे क्षेत्रों में भारी बर्फबारी से सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी होगा असर

हिमाचल प्रदेश में भी 9 मार्च से मौसम बिगड़ने की संभावना है। यहां के कुल्लू, शिमला, मनाली, चंबा और किन्नौर जैसे क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार हैं। इसके अलावा 11 मार्च को उत्तराखंड में भी मौसम काफी खराब हो सकता है। मौसम विभाग ने देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जैसे इलाकों में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है। ऐसे में लोगों को खास सतर्क रहने की जरूरत है।

यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए अलर्ट

मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन को अलर्ट जारी करने के निर्देश दिए हैं। बर्फबारी और बारिश की वजह से सड़कों पर फिसलन हो सकती है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है। खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने वाले लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें और आवश्यक वस्तुएं साथ रखें।

फसलों पर भी पड़ेगा असर

इस मौसम परिवर्तन का असर खेती-किसानी पर भी पड़ सकता है। बारिश और बर्फबारी की वजह से खेतों में खड़ी रबी फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। विशेष रूप से गेंहू और सरसों की फसल को नुकसान की आशंका जताई गई है।