CIBIL Score: लोन अप्लाई करने से पहले यह जानें, कितना होना चाहिए सिबिल स्कोर
सिबिल स्कोर क्यों चेक करते हैं बैंक?
जब आप किसी बैंक या वित्तीय संस्था से लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो सबसे पहले वे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री चेक करते हैं। यह जानने के लिए कि आपने पहले के कर्ज और क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान समय पर किया है या नहीं। यदि आपका सिबिल स्कोर अच्छा है (750 या उससे ऊपर), तो बैंक को भरोसा होता है कि आप समय पर लोन की ईएमआई चुका पाएंगे, जिससे बैंक का पैसा सुरक्षित रहेगा।
सिबिल स्कोर की रेंज और महत्व:
सिबिल स्कोर 300 से 900 तक होता है। 750 और उससे अधिक का स्कोर आदर्श माना जाता है। हालांकि, कुछ बैंक 600 से ऊपर के स्कोर पर भी लोन दे सकते हैं, लेकिन इसकी शर्तें सख्त और ब्याज दर अधिक हो सकती है।
अच्छा सिबिल स्कोर:
- लोन पर कम ब्याज दर
- बेहतर शर्तों पर लोन मिलने की संभावना
कम सिबिल स्कोर:
- लोन मिलने में कठिनाई
- अधिक ब्याज दर
क्रेडिट हिस्ट्री बनाने की अवधि:
एक अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री बनाने में आमतौर पर 18 से 36 महीने का समय लग सकता है। यह आपके वित्तीय व्यवहार, समय पर भुगतान करने की आदत और ऋण लेने की प्रवृत्तियों पर निर्भर करता है।
कार लोन के लिए जरूरी सिबिल स्कोर:
अगर आप कार लोन लेना चाहते हैं, तो 700 या उससे अधिक का सिबिल स्कोर आदर्श माना जाता है। हालांकि, 600 के आसपास के स्कोर पर भी लोन मिल सकता है, लेकिन इसके लिए शर्तें सख्त हो सकती हैं और ब्याज दर ज्यादा होगी।
सिबिल स्कोर सुधारने के उपाय:
- समय पर भुगतान करें: क्रेडिट कार्ड बिल और ईएमआई का भुगतान समय पर करें।
- कर्ज का भार कम करें: अपनी क्रेडिट लिमिट का पूरा उपयोग न करें और कर्ज कम रखें।
- नए लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए बार-बार आवेदन न करें: यह आपके सिबिल स्कोर को प्रभावित कर सकता है।
- पुराने कर्ज का निपटारा करें: अपने पुराने कर्जों को चुकता करें और अपनी क्रेडिट रिपोर्ट पर ध्यान रखें।
सिबिल स्कोर लोन के लिए एक महत्वपूर्ण मापदंड है, और इसे सुधारने से आप बेहतर शर्तों और कम ब्याज दरों पर लोन प्राप्त कर सकते हैं।