Cheque Payment Rules: चेक से पेमेंट करने वाले ध्यान दें! ये गलती पड़ी तो भारी पड़ेगा!

Cheque Payment Rules: अगर आप चेक से पेमेंट करते हैं, तो इन जरूरी नियमों को जरूर समझें। अगर नियमों का पालन नहीं किया तो लेन-देन में मुश्किल हो सकती है। पढ़ें पूरी डिटेल नीचे।
 
Haryana update, Cheque Payment Rules: आज के समय में चेक का इस्तेमाल काफी आम हो गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि चेक बाउंस होना एक तरह का अपराध भी माना जाता है? अगर आप पहली बार चेक का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको चेक से जुड़े कई महत्वपूर्ण नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, नहीं तो आपको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए, हम आपको चेक से जुड़े कुछ जरूरी नियम और जानकारी बताते हैं।

चेक बाउंस – क्या होता है?  Cheque Payment Rules

जब बैंक किसी भी कारणवश आपके द्वारा जारी किया गया चेक रिजेक्ट कर देता है, जिससे भुगतान नहीं हो पाता, तो इसे चेक बाउंस कहते हैं। सबसे आम कारण अकाउंट में अपर्याप्त बैलेंस होना होता है, लेकिन कभी-कभी सिग्नेचर में अंतर, अकाउंट नंबर में गलती या चेक की तारीख में गलती भी चेक बाउंस का कारण बन सकती है।

नोट:

  • चेक बाउंस होने पर नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट, 1881 के तहत सजा का प्रावधान है।
  • यदि चेक बाउंस हो जाता है, तो आपको तुरंत इसकी जानकारी देनी होती है और एक महीने के अंदर भुगतान करना अनिवार्य है।
  • यदि एक महीने में भुगतान नहीं हुआ तो 15 दिनों के भीतर लीगल नोटिस भेजा जाता है और अंततः कानूनी कार्रवाई की जाती है।

किन कारणों से होता है चेक बाउंस?  Cheque Payment Rules

  1. अपर्याप्त बैलेंस:
    अक्सर बैंक अकाउंट में पर्याप्त धनराशि न होने के कारण चेक रिजेक्ट हो जाते हैं।

  2. सिग्नेचर में अंतर:
    चेक पर आपके सिग्नेचर बैंक के रिकॉर्ड से मेल नहीं खाते हैं।

  3. गलत जानकारी:
    चेक की तारीख, राशि (शब्दों और अंकों में अंतर) और अकाउंट नंबर में गलती होने से भी चेक बाउंस हो सकता है।

  4. ओवरड्राफ्ट लिमिट पार करना:
    अपने अकाउंट में निर्धारित ओवरड्राफ्ट लिमिट से अधिक कर्ज लेने पर भी चेक बाउंस हो सकता है।

  5. चेक की कटाई या फट जाना:
    चेक में कट-फट या क्षति होने से भी इसे रिजेक्ट किया जा सकता है।

अगर चेक बाउंस हो जाए तो क्या होगा?  Cheque Payment Rules

  • तत्काल सूचना:
    चेक जारी करने वाले व्यक्ति को तुरंत इसकी सूचना देनी चाहिए और एक महीने के भीतर बाकी राशि का भुगतान करना चाहिए।

  • लीगल नोटिस और कानूनी कार्रवाई:
    यदि भुगतान नहीं किया जाता, तो लीगल नोटिस भेजा जाता है। 15 दिनों में जवाब न मिलने पर, नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट, 1881 के सेक्शन 138 के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। इसमें 7 साल तक की जेल और भारी जुर्माना का प्रावधान होता है। साथ ही, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत भी सजा हो सकती है।

बैंक के नियम और चेक की वैलिडिटी  Cheque Payment Rules

  • चेक, बैंक ड्राफ्ट आदि जारी होने के बाद 3 महीने के लिए वैलिड होते हैं।
  • 3 महीने से अधिक पुराने चेक को बैंकों द्वारा अस्वीकार कर दिया जाता है, ताकि सुरक्षा बनी रहे और यह सुनिश्चित किया जा सके कि चेक चोरी या खो न जाए।

चेक जारी करते समय ध्यान देने योग्य बातें  Cheque Payment Rules

  •  खाते में पर्याप्त बैलेंस सुनिश्चित करें:
    चेक जारी करने से पहले अपने खाते में आवश्यक राशि अवश्य मौजूद होनी चाहिए।

  • चेक की तारीख सही भरें:
    चेक की तारीख उस दिन के अनुसार भरें, ताकि बैंक इसे स्वीकार कर सके।

  • राशि शब्दों और अंकों में समान हो:
    राशि को शब्दों में और अंकों में एक समान लिखें।

  • सही सिग्नेचर करें:
    चेक पर वही सिग्नेचर करें जो बैंक के रिकॉर्ड में दर्ज हो।

  • पे-एयी चेक जारी करें:
    हमेशा अपना चेक सीधे प्राप्तकर्ता (payee) के नाम पर जारी करें।

  • चेक डिटेल नोट करें:
    चेक नंबर, अकाउंट का नाम, राशि और तारीख जैसी सभी जानकारी नोट कर लें।