Faridabad Gurugram Metro का इंतेजार कब होगा खत्म? 2015 मे बीजेपी ने की थी घोषणा, अभी तक अटका पड़ा है प्रोजेक्ट?

Haryana News:2015 में मुख्यमंत्री ने इस परियोजना की घोषणा की, जिसके बाद रूट फाइनल कर फिजिबिलटी रिपोर्ट बनाई गई. डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट भी बनाई गई, लेकिन फरीदाबाद-गुड़गांव मेट्रो कागजों से निकलकर ट्रैक पर नहीं आ पाई
 

Faridabad Gurugram Metro Priyojana: गुड़गांव में हूडा सिटी सेंटर से साइबर सिटी तक मेट्रो परियोजना की मंजूरी की तरह, फरीदाबाद में भी फरीदाबाद-गुड़गांव मेट्रो रेल परियोजना की शुरूआत की प्रतीक्षा हो रही है. 2015 में मुख्यमंत्री ने इस परियोजना की घोषणा की, जिसके बाद रूट फाइनल कर फिजिबिलटी रिपोर्ट बनाई गई. डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट भी बनाई गई, लेकिन फरीदाबाद-गुड़गांव मेट्रो कागजों से निकलकर ट्रैक पर नहीं आ पाई, जबकि फरीदाबाद से गुड़गांव जाने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

लाखों लोगों को हो रही दिक्कत

हर दिन फरीदाबाद से हजारों लोग गुड़गांव आते-जाते हैं. हालाँकि, सड़क ही एकमात्र विकल्प है. यदि आप मेट्रो से गुड़गांव जाना चाहते हैं, तो आपको पहले दिल्ली जाना होगा और फिर वहां से गुड़गांव जाना होगा. बेहतर सुविधा न होने के कारण लोग बसों और कैबों में जाते हैं.
महिलाओं के लिए रात के समय फरीदाबाद मेट्रो के कैब में सफर करना सिर्फ दावों में ही सुरक्षित नहीं है. महिलाओं को भी कई बार छेड़छाड़ हुई है. सरकार से शहरवासी कई बार गुड़गांव-फरीदाबाद के बीच मेट्रो की मांग कर चुके हैं.

Latest News: Haryana के करनाल मे 23 गांवों से गुजरने वाले रिंग रोड का काम हुआ शुरू, इन इलाकों से गुजरेगा रोड

सिर्फ दावों मे ही फरीदाबाद गुरुग्राम मेट्रो

भाजपा सरकार ने भी फरीदाबाद-गुड़गांव को मेट्रो से जोड़ने का दावा किया है. 2014 में प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर फरीदाबाद-गुड़गांव मेट्रो की घोषणा की थी. 2015 में उन्होंने औपचारिक घोषणा की थी. 2018 में केंद्रीय राज्यमंत्री और स्थानीय सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने डीपीआर लेकर मीडिया से बातचीत की. उसने कहा था कि 2021 तक मेट्रो शुरू हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

लाखों लोग करते है प्रतिदिन सफर

हर दिन गुड़गांव और फरीदाबाद से हजारों लोग आते हैं. बंधवाड़ी के पास बने टोल प्लाजा पर हर दिन पचास हजार वाहन आते-जाते हैं. दैनिक रूप से बल्लभगढ़ और फरीदाबाद बस अड्डे से 25 बसें गुड़गांव आती-जाती हैं. रोडवेज बसों और निजी बसों को भी परमिट मिलता है. गुड़गांव में हर दिन दो से तीन हजार लोग बसों से आते-जाते हैं. वहीं, गुड़गांव में निजी कैब से भी हजारों लोग आते-जाते हैं. ऐसे में फरीदाबाद-गुड़गांव मेट्रो रेल का निर्माण लाखों लोगों को लाभ होगा.