Panipat-Jalander Highway: एनएचएआई ने लिया बड़ा फैसला, इस रुट के सिक्सलेन हाईवे का होगा रिकंस्ट्रक्शन

Panipat-Jalander Highway: केंद्रीय सरकार यातायात को आसान बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (NHAI) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
 

Panipat-Jalander Highway: केंद्रीय सरकार यातायात को आसान बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (NHAI) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। NHAI नें वाहन चालकों की सुविधा के लिए जालंधर से पानीपत तक सिक्सलेन हाईवे को रिकंस्ट्रक्शन और सफाई करने का फैसला किया है। सरकार ने इसके लिए बोली लगाई है।

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सिक्सलेन राजमार्ग का पुनर्निर्माण
291 किलोमीटर लंबे इस सिक्सलेन हाईवे पर NHAI ने 500 करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला किया है। इस पर काम अक्टूबर 2023 तक शुरू होने की उम्मीद है। अंबाला, शाहाबाद, पिपली, करनाल, पानीपत, लुधियाना, गोविंदगढ़ और सरहिंद इस सिक्सलेन राजमार्ग पर हैं। इस योजना में गलत तरीके से बनाए गए ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाएगा और सिक्सलेन की रिकंस्ट्रक्शन और साफ-सफाई पूरी होने के बाद शहरी क्षेत्रों से हाईवे पर चलने वाले वाहन चालकों को बहुत सुविधा होगी।

300 अवैध ट्रैक हटाए जाएंगे 
NHAI ने कहा कि सिक्सलेन हाईवे पर पांच नए पुल और कुछ अंडरब्रिज बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हर पांच नए पुलों में से एक हरियाणा और पंजाब की सीमा पर बनाया जाएगा। 2009 से इस मार्ग पर तीन स्थानों पर टोल लगाया जा रहा है; अंबाला, करनाल और लुधियाना पर स्थित टोल प्लाजा सबसे महंगा है। इस NH पर दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ढाबों और पेट्रोल पंपों के सामने बनी 300 अवैध कटों को भी बंद करने की योजना है।

विभिन्न कंपनियों को दिया जाएगा टेंडर जालंधर से हरियाणा के पानीपत तक नवंबर 2011 में पूरा होना चाहिए था, लेकिन कुछ समस्याओं के कारण आज तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है। 2008 में सोमा कंपनी को इस सिक्सलेन हाईवे का अनुबंध दिया गया था। लेकिन वाहन चालकों को नियमानुसार सुविधा नहीं मिली, इसलिए NHAI ने सोमा कंपनी को कई बार नोटिस भेजा, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसलिए अब पानीपत से जालंधर के बीच कई कंपनियों को बोली दी गई है।