Haryana News : हिसार के अग्रोहा में होने जा रही है खुदाई, खुलेंगे अतीत के कई राज

Haryana News : हरियाणा में महाराजा अग्रसेन की राजधानी रही अग्रोहा की धरती से जल्द ही बड़े राजाओं का उद्घाटन होने वाला है।  41 साल बाद पुरानी टीले की खुदाई फिर से होगी।  यहां सदियों पुरानी कई ऐतिहासिक व पौराणिक चीजें दफन हैं, जिनके सामने आने पर आप इतिहास को समझ सकेंगे।  हम उस समय की संस्कृति से मिलेंगे।

 

महाराजा अग्रसेन की राजधानी अग्रोहा में राज्य का उद्घाटन होगा:  41 वर्षों के बाद, महाराजा अग्रसेन की नगरी अग्रोहा के प्राचीन टीले पर उत्खनन शुरू होने जा रहा है, जो तक्षशिला और मथुरा के ऐतिहासिक व्यापार मार्ग पर है।  हरियाणा में सिंधु-सरस्वती सभ्यता के प्राचीन व ऐतिहासिक उदाहरण राखीगढ़ी के बाद अग्रोहा में उत्खनन से दुनिया से व्यापारिक व सांस्कृतिक संबंधों के ठोस प्रमाण मिलेंगे. यह वैश्विक मंच पर भारत की नगर नियोजन व्यवस्था और विभिन्न अवधि में सांस्कृतिक, व्यापारिक और मानव जीवन शैली का विस्तार रूप दिखाएगा।  पुरातत्वविदों के लिए यह कोई कमी नहीं होगी। 

सीएम नायब सिंह सैनी मंगलवार को करेंगे काम का शुभारंभ
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मंगलवार को अग्रोहा में केंद्र सरकार द्वारा संरक्षित प्राचीन टीला के उत्खनन कार्य का शुभारंभ करेंगे, प्रदेश के विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया।  भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुरातत्व संस्थान में 2025 बैच के पीजी डिप्लोमा पुरातत्वविदों के लिए भी प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन होगा।  पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की संयुक्त टीम प्राचीन टीला पर उत्खनन करके अग्रोहा और बाहरी दुनिया के व्यापारिक संबंधों को समझने का प्रयास करेगी। अग्रोहा में वर्ष 1978 से वर्ष 1984 तक हुई खुदाई के दौरान पाए गए प्रारंभिक ऐतिहासिक नगर नियोजन व्यवस्था का विस्तृत अध्ययन करते हुए प्राचीन दुनिया में व्यापार के क्षेत्रीय केंद्र के तौर पर कड़ी जोड़ी जाएगी। 


अग्रोहा साइट के विकास के लिए बजट में किया प्रावधान
डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि उत्खनन के दौरान प्राचीन टीला पर सांस्कृतिक भिन्नता और उनकी निरंतरता का अध्ययन किया जाएगा।  अग्रोहा बस्ती का रूप और यहाँ पाए जाने वाले भौतिक अवशेषों की प्रकृति को समझने से बाहरी दुनिया से उनका सम्बन्ध समझा जाएगा।  मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के आम बजट में भी अग्रोहा प्राचीन टीला पर उत्खनन शुरू करने, एक साइट संग्रहालय, एक इंटर-प्रिटेशन सेंटर, एक लाइट और साउंड शो की स्थापना और एक तारामंडल बनाने की घोषणा की थी। 

अब 25 मार्च को दोपहर 2 बजे अग्रोहा स्तिथ प्राचीन टीला पर होने वाले आयोजन में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा सहित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण व पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल होंगे।


अथोइलू काबुई की निगरानी में उत्खनन होगा शुरू
विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि अग्रोहा पुरातात्विक स्थल के उत्खनन का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण चंडीगढ़ सर्कल की अधीक्षण पुरातत्वविद कामेई अथोइलू काबुई की निगरानी में शुरू होगा, जिसमें इसी सर्कल की सहायक अधीक्षण अराखिता प्रधान, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की उपनिदेशक बनानी भट्टचार्य उत्खनन कार्य में सह निदेशक के तौर पर काम करेंगी। इस कार्य को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) व पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग हरियाणा की 15 विशेषज्ञों की टीम करेगी।


देशभर के चुनिंदा युवा पुरातत्वविदों को मिलेगा अवसर
कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि प्राचीन अग्रोहा टीला पर एक लंबे अरसे के बाद शुरू हो रही उत्खनन प्रक्रिया देश के चुनिंदा युवा पुरातत्वविदों के लिए एक बडे़ अवसर के तौर पर है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा पुरातत्व क्षेत्र में पीजी डिप्लोमा कर रहे युवाओं को टीला उत्खनन प्रक्रिया में विशेषज्ञ पुरातत्वविदों की निगरानी में सीखने एवं व्यवहारिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर दिया जा रहा है। इस पूरी प्रक्रिया में जुड़ने वाले युवा छात्र पुरातत्वविद इस उत्खनन प्रक्रिया से जुडकर जमीन के नीचे दबी हुई ऐतिहासिक कलाकृतियों, अवशेषों को उजागर करने, उनका अध्ययन करने व अतीत की सभ्यताओं व संस्कृतियों को समझने के लिए अनुभव प्राप्त करेंगे।

 

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