हरियाणा में अब नही मिलेंगे सस्ते घर, अपार्टमेंट के रेटों में पहले से 20% की हुई वृद्धि, बालकनी के रेटों में भी हुई बढोतरी

अपार्टमेंट की रेटों में पहले से 20% की वृद्धि हुई है। बालकनी की दरें 200 वर्गफीट बढ़ा दी गई है।
 

Haryana Update: हरियाणा सरकार द्वारा  किफायती आवास नीति-2013 में संशोधन को मंजूरी दे दी गई है। यही कारण है कि अफोर्डेबल ग्रुप हाउसिंग केअंतर्गत अपार्टमेंट की आवंटन दरों में पहले से औसतन 20% की वृद्धि हुई है। संशोधित किफायती आवास नीति-2013 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के दौरान मंजूरी दे दी गई।

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बालकनी की दरों में भी बदलाव हुआ

संशोधन से बालकनी की दरें 200 वर्गफीट बढ़ी हैं। 1,000 रुपये प्रति वर्ग फुट से लेकर 1,200 रुपये प्रति वर्ग फुट तक बढ़ गया है। बिल्डरों को लाभ मिलने के लिए बालकनी की दरों को भी बढा दिया गया है। यही कारण है कि अधिक क्षमता वाले शहरों, जैसे गुरुग्राम और फ़रीदाबाद, को अब प्रति वर्ग फुट वाले फ्लैट के लिए 1,000 रुपये अधिक देना होगा।

हाइपर और उच्च संभावित क्षेत्रों (जैसे गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकुला व पिंजौर-कालका) में कालीन क्षेत्र पर 800 रुपये प्रति वर्ग फुट है। पहले 4,200 रुपये था, लेकिन अब 5,0 रुपये होगा यह 700 रुपये प्रति वर्ग फुट बढ़ा है, जो उच्च व मध्यम क्षमता वाले कस्बों के लिए अधिक है। सरकार ने कहा कि इस बदलाव से नए बिल्डरों को नई परियोजनाओं को शुरू करने के लिए उत्सुक करेगा। कम क्षमता वाले शहरों में 600 रुपये प्रति वर्ग फीट बढा दिया जाएगा। सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि उन सभी फ्लैटों पर जो अभी आवंटित नहीं हुए हैं, दरें लागू होंगी।

किफायती आवास योजना क्या होती है?

19 अगस्त 2013 को विभाग ने किफायती आवास नीति जारी की। नीति का लक्ष्य समूह आवास परियोजनाओं को प्रोत्साहित करना था। इसने पूर्वनिर्धारित आकार के अपार्टमेंट एक निश्चित समय पर पूर्वनिर्धारित दर पर आवंटित किए।