Haryana: हुड्डा ने आरोप लगाया कि हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन की नहीं, बल्कि घोटालों के गठबंधन की सरकार, जानबूझकर गेहूं के रखरखाव में की गई गड़बड़  

प्रदेश के गोदामों में हजारों टन गेहूं खराब होने को हुड्डा ने बड़ा घोटाला करार दिया। उन्होंने कहा कि जानबूझकर गेहूं के रखरखाव में गड़बड़ की गई है।
 

आदमपुर उपचुनाव में हार के लिए कांग्रेस की गुटबाजी को जिम्मेदार ठहराये जाने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने भाजपा पर पलटवार किया है। हुड्डा ने कहा कि फूट कांग्रेस नहीं, बल्कि भाजपा में है। राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर समेत कई सांसद और नेता आदमपुर में नहीं पहुंचे। भाजपा अपनी फूट को छुपाने के लिए भ्रामक प्रचार कर रही है। 

यहां पत्रकारों से बातचीत में आदमपुर उपचुनाव के नतीजे पर संतुष्टि जाहिर करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने मजबूती के साथ चुनाव लड़ा और जबरदस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है जबकि बीजेपी के अंदर फूट नजर आ रही है। कांग्रेस के इक्का-दुक्का स्टार प्रचारक ही आदमपुर में नहीं पहुंचे। जबकि बीजेपी की तरफ से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत, कृष्णपाल गुर्जर, कई सांसद और नेता आदमपुर नहीं पहुंचे। 

 

 


कई दिनों तक हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार करके लौटे हुड्डा ने दावा किया कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। क्योंकि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने देखा कि प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवारों को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।

हुड्डा ने आरोप लगाया कि हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन की नहीं, बल्कि घोटालों के गठबंधन की सरकार चल रही है। प्रदेश के गोदामों में हजारों टन गेहूं खराब होने को हुड्डा ने बड़ा घोटाला करार दिया।

उन्होंने कहा कि जानबूझकर गेहूं के रखरखाव में गड़बड़ की गई है। इसकी वजह से लगभग 50 हजार टन गेहूं बर्बाद हो गया। यह अनाज करोड़ों लोगों के मुंह का निवाला बन सकता था लेकिन सरकार की लापरवाही और घोटाले की प्रवृत्ति ने सब बर्बाद कर दिया। उन्होंने इसके जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार से कार्रवाई की उम्मीद बेमानी हो गई है, क्योंकि इससे पहले भी शराब घोटाले, रजिस्ट्री, धान खरीद, बिजली मीटर, भर्ती और पेपर लीक समेत दर्जनों घोटालों में सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की।

दिखावे के नाम पर एसआईटी बना दी जाती है जिसकी रिपोर्ट तक कभी सामने नहीं आती। वहीं, पराली और प्रदूषण के मुद्दे पर हुड्डा ने दोहराया कि सरकार किसानों को पराली जलाने पर मजबूर कर रही है। सरकार ने बार-बार किसानों को पराली खरीदने और उसके निस्तारण के झूठे आश्वासन दिए।