Vivah Muhurat 2024: जुलाई महीने में सिर्फ इन 9 दिन बजेगी शहनाई, नोट कर लें शादी का समय और तारीख!

Vivah Muhurat 2024: ज्योतिषियों के अनुसार 16 जुलाई से 11 नवंबर तक चतुर्मास होने के कारण विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। सरल शब्दों में कहें तो अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में विवाह के लिए कोई लग्न मुहूर्त नहीं है। क्षीर सागर में चार महीने के विश्राम के बाद 12 नवंबर को भगवान विष्णु जागेंगे। इसके बाद 13 नवंबर से विवाह का शुभ मुहूर्त है।

 

Haryana Update, Vivah Muhurat 2024: ज्योतिष शास्त्र में दैत्यों के गुरु शुक्र देव को सुख का कारक माना जाता है। कुंडली में शुक्र के मजबूत होने से अविवाहित व्यक्ति के शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। हालाँकि कुंडली में अन्य ग्रहों का विचार भी जरूरी है। यदि कुंडली में कोई दोष हो तो विवाह में बाधाएं आ सकती हैं। इसके अलावा विवाह घर में अशुभ ग्रहों की उपस्थिति भी विवाह में बाधा उत्पन्न करती है।

इसलिए किसी बड़े पंडित या ज्योतिषी से कुंडली का विश्लेषण जरूर कराएं। फिलहाल शुक्र अस्त होने के कारण विवाह के लिए कोई लग्न मुहूर्त नहीं है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार 02 जुलाई को शुक्र उदय होगा। इस दिन से विवाह के लिए शुभ मुहूर्त है। अत: अप्रैल के बाद विवाह का लग्न समय जुलाई में है। जुलाई माह में कुल 09 दिन शहनाई बजेगी। आइए जानते हैं जुलाई माह में विवाह के लिए शुभ तिथियां और समय-

जुलाई विवाह शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों के अनुसार 2 जुलाई को विवाह का शुभ मुहूर्त है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र का संयोग बन रहा है.
विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 3 और 4 जुलाई है। इन दोनों दिन नक्षत्र क्रमशः रोहिणी और मृगशिरा हैं। इसी समय द्वादशी और त्रयोदशी तिथि है.
विवाह का मुहूर्त 09 जुलाई को है। इस दिन चतुर्थी तिथि पड़ रही है. साथ ही मघा नक्षत्र का भी योग बन रहा है। विवाह के लिए मघा नक्षत्र शुभ माना जाता है। हालाँकि, 02 और 09 जुलाई को शादी का कार्यक्रम न बनाएं। ज्योतिष शास्त्र में मंगलवार के दिन शादी न करने की सलाह दी जाती है।
इसके बाद क्रमश: 11 जुलाई, 12 जुलाई, 13 जुलाई, 14 जुलाई और 15 जुलाई को विवाह का शुभ मुहूर्त है। कुल मिलाकर 11 जुलाई से 15 जुलाई तक लगातार विवाह मुहूर्त हैं। ज्योतिषशास्त्र विवाह के लिए एकादशी और त्रयोदशी तिथि को शुभ मानता है।

इन महीनों में विवाह नहीं होंगे
ज्योतिषियों के अनुसार 16 जुलाई से 11 नवंबर तक चतुर्मास होने के कारण विवाह के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। सरल शब्दों में कहें तो अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में विवाह के लिए कोई लग्न मुहूर्त नहीं है। वहीं, क्षीर सागर में चार महीने के विश्राम के बाद 12 नवंबर को भगवान विष्णु जागेंगे। इसके बाद 13 नवंबर से विवाह का शुभ मुहूर्त है।